अमित मिश्रा
सोनभद्र। जनपद में कोयला और क्रशर प्लांट से उठने वाली डस्ट से लोग परेशान थे ही अब विद्युत परियोजनाओं से निकलने वाली राख के परिवहन से लोगों का जीना दुश्वार हो गया है।
स्थानीय अजय,दिलीप,सोनू, अमन, राकेश,अरविंद आदि लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि शक्तिनगर से लेकर डाला तक प्रतिदिन सैकड़ो ट्रको से राख परिवहन किया जाता है। मानक से अधिक लोड करने व तिरपाल उड़ने के कारण रास्ते भर राख का प्रदूषण उड़ता रहता है। जिससे दुकानदार, बाइक चलाने व पैदल चलने वाले लोगों के आंखों के आगे दिन में ही अंधेरा छा जाता है। जिससे नरकीय जिंदगी साबित हों रही है।
पुलिस प्रशासन भी ट्रांसपोर्टर व वाहनों पर कार्रवाई करने से बचती नजर आ रही है। उड़ते हुए राख से आसपास लगे पेड़ पौधे विलुप्त होनें के साथ ही चर्म रोग सहित अन्य गंभीर बीमारी की चपेट में लोग आ रहे हैं।जिससे स्वांस व अन्य बीमारी से लोग ग्रसित हो रहे हैं। लोगों ने मानक से विपरीत चल रहे ट्रांसपोर्टरों व वाहनों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।