अमित मिश्रा
सोनभद्र। जनपद में इंटक, एटक सीटू के प्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर भारत सरकार द्वारा बने कारखाना अधिनियम 1948 को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पारित संशोधन विधेयक वापस लेने की मांग किया और राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हरदेव नारायण तिवारी ने कहा कि एक व दो अगस्त को विधानसभा और विधान परिषद में पारित किया है। इस संशोधन विधेयक के जरिए सरकार ने उत्तर प्रदेश के कारखानो में घंटे 8 के स्थान पर 12 घंटे काम करने , महिला कर्मचारियों को रात्रि पाली में काम करने की अनुमति तथा जो 8.33 प्रतिशत न्यूनतम बोनस संदाय अधिनियम अंतर्गत संविदा कार को देना अनिवार्य था ना देने की स्थिति में जेल भेजने का प्रावधान था उसे समाप्त कर मालिकों के ऊपर छोड़ दिया गया है,बोनस ना देने पर उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा सकती। राज्य सरकार द्वारा की गई इस कार्रवाई से श्रमिक वर्ग में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है।
एटक के प्रदीप कुमार कनौजिया व सीटू के नेता कामरेड लालचंद इंटक के उपाध्यक्ष बृजेश तिवारी , शमीम अख्तर खान राष्ट्रपति से अपील किया है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दिए गए इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर न कर उसे वापस भेजने का अनुरोध किया गया है। ज्ञापन में यह भी मांग किया गया है कि कारखाना में काम करने वाले कामगारों के न्यूनतम वेज रिवीजन विगत 5 वर्ष से नहीं किया गया है यह रिवीजन 2019 में हो जाना चाहिए था उत्तर प्रदेश सरकार से कहा जाए कि मजदूरों का न्यूनतम वेतन शीघ्र रिवीजन किया जाए।
ई-श्रम पोर्टल पर देशभर में 28 करोड़ और उत्तर प्रदेश में 8 करोड़ से ज्यादा मजदूर पंजीकृत है उनके सामाजिक सुरक्षा जैसे बीमा का लाभ,आवास , पेंशन, पुत्री के विवाह योजना, मुक्त शिक्षा आदि सुनिश्चित किया जाए । नियमित कार्यों पर लगे मजदूरों को समान कार्य का सामान मजदूरी दिए जाने, आंगनवाड़ी, आशा, मिड डे मील, वर्कर को राज्य कर्मचारी घोषित किए जाने, देश में खाली पड़े पदों पर भर्ती किए जाने ,आदि मांगे की गई है ।यदि इस पर विचार नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में कामगार बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। जिसकी जिम्मेदारी भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की होगी।
ज्ञापन देने वालों में अजीत साहू , योगेंद्र दुबे , राजेश पाण्डेय, लालजी साहनी , राजाराम , शिव प्रसाद खरवार , शिवपूजन पाठक , मुनी प्रसाद गुप्ता , विनोद यादव , अविनाश श्रीवास्तव , रामविलास यादव आदि लोग शामिल रहे।