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विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस हुआ आयोजित

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अमित मिश्रा

सोनभद्र। गुरुवार को राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर “It is Time to Prioritize Mental Health in the Work Place” थीम पर वृहद मानसिक स्वास्थ्य शिविर एवं जागरूकता गोष्ठी का आयोजन स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय/जिला संयुक्त चिकित्सालय के प्रांगण में मुख्य चिकित्साधिकारी डा० अश्वनी कुमार कि अध्यक्षता में किया गया।

कार्यक्रम का शुभारम्भ अपर जिलाधिकारी, (वि० एवं रा०) सहदेव मिश्रा द्वारा फीता काटकर किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे मुख्य चिकित्साधिकारी महोदय ने जन मानस को सम्बोधित करते हुए कहा कि गैर संचारी रोग एक बहुत बड़े संकट के रूप में हमारे बीच अपना पैर पसार रहा है। जिसमें मानसिक स्वास्थ्य एक बहुत बड़ी चुनौती है क्योंकि हमारे समाज में मानसिक रोगों के विषय में जागरूकता की कमी है जिसके कारण मानसिक रोगी समय से स्वास्थ्य केन्द्रों पर नहीं पहुंच पाते है। व्यक्ति को अपने जीवन शैली, रहन-सहन, खान-पान इत्यादि में संतुलन लाकर परिस्थितियों के अनुसार अपने आप को ढ़ालने की कला विकसित करनी होगी।

हमें खुद को ही नहीं बल्की दुसरो को भी मानसिक स्वास्थ्य समस्या से निकालने में मदद करनी चाहिए, जो लोग मानसिक समस्या से चुप-चाप जूझ रहे है उनकी सहायता करनी चाहिए तथा समाज में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े पूर्वाग्रहों से बाहर निकालने में उनकी मदद करनी चाहिए। मनोचिकित्सक डा० जितेश गुप्ता ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार हर पाचवां व्यक्ति मानसिक समस्या से जूझ रहा है तथा भारत का हर सातवां व्यक्ति मानसिक रूप से परेशान है। हर 40 सेकेण्ड में एक व्यक्ति आत्महत्या के कारण अपनी जान गवां देता है। व्यक्ति में लगातार या लम्बे समय तक तनाव आगे चलकर डिप्रेशन या अवसाद का रूप ले लेता है, जो आत्महत्या का प्रमुख कारण बनता है। साथ ही लम्बे समय तक तनाव, डायबटिज, हाइपरटेन्सन, हृदय रोग इत्यादि को भी बढ़ावा देता है। उन्होने कहा स्वस्थ मन स्वस्थ शरीर का दर्पण है इसलिए व्यक्ति को तनाव मुक्त रहना चाहिए जिसके लिए नियमित व्यायाम एवं योगा करना चाहिए तथा परिवार में एवं कार्यस्थल पर खुलकर बातें करनी चाहिए एक दुसरे के साथ मधुर व्यवहार स्थापित करें। मुख्य अतिथि ने कहा कि अत्यधिक चिन्ता या तनाव उत्पन्न करने वाले विचारों का मन में बार-बार आना व्यक्ति को मानसिक रोगों की तरफ ले जाता है। इसलिए मन में चल रही अर्न्तद्वंद्ध को बाहर निकाले अपने परिवार अपने दोस्तों के साथ साझा करें, हमें प्रकृति के साथ जुड़कर रहना सीखना होगा तथा सकारात्मक सोच रखते हुए मोबाइल एवं नशे से दूरी बनानी होगी। कीर्तीपाली नर्सिंग कालेज के बच्चों द्वारा नशे एवं मानसिक रोग के सम्बन्ध में जागरूकता हेतु एक लघु रोल प्ले प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के अंत में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा० बी० सागर द्वारा सभी का आभार व्यक्त कर कार्यक्रम का समापन किया गया। इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी/नोडल डा० जी०एस० यादव, जनरल फिजिशियन डा० गणेश प्रसाद, मनोचिकित्सक डा० रिचा पाण्डेय, साइकाट्रिक सोशल वर्कर सौरभ सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहें।
शिविर में लगभग 160 लोगों का स्क्रीनिंग कर उनका उपचार किया गया।

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