शिक्षक, शिक्षा मित्र संघ ने बेसिक शिक्षा कार्यालय पर किया धरना प्रदर्शन

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अमित मिश्रा

शिक्षक शिक्षा मित्र संगठनों ने किया धरना प्रदर्शन

सोनभद्र। संयुक्त शैक्षिक संगठन संघर्ष समिति के बैनर तले सोमवार को शिक्षामित्र व शिक्षकों ने बीएसए कार्यालय पर धरना देकर मुख्यमंत्री के नामित ज्ञापन बीएसए को सोपा गया।

वही संगठन ने बताया कि उ०प्र० में बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित विद्यालयों में कार्यरत शिक्षामित्रों की समस्याओं/मांगों के निस्तारण के सम्बन्ध में प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालयों में लगभग 1.48 लाख शिक्षामित्र 24 वर्षों से निरन्तर निष्ठापूर्वक शिक्षण कार्य कर रहे हैं। 25 जुलाई 2017 के मा० सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के उपरान्त शिक्षामित्रों के समक्ष उनके परिवार के भरण-पोषण का संकट खड़ा हो गया। इन्हीं विकट परिस्थितियों के चलते लगभग 8000 शिक्षामित्रों की आकस्मिक मृत्यु हो चुकी है। वही लगभग 08 वर्षों से हम निरन्तर मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए संघर्ष कर रहे हैं। हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि आपकी लोकप्रिय सरकार द्वारा शिक्षामित्रों के हित में अति शीघ्र निर्णय लिया जायेगा। प्रमुख मांगे –

अध्यादेश के माध्यम से शिक्षामित्रों को पुनः सहायक अध्यापक के पद पर पदस्थापित किया जाय। उक्त प्रक्रिया के होने तक समान कार्य का समान वेतन 12 माह का दिया जाए।

महिला शिक्षामित्रों को उनके ससुराल / पति के जनपद के विद्यालयों में स्थानान्तरण किया जाए। जिले के अन्तर्गत शिक्षामित्रों को उनके मूल विद्यालय / निकटतम विद्यालय में वापस होने का अवसर प्रदान किया जाए तथा मृतक शिक्षामित्रों के परिवार को यथोचित नौकरी /आर्थिक सहायता प्रदान किया जाए। चिकित्सकीय अवकाश, कैशलेस, चिकित्सा की सुविधा/आयुष्मान की सुविधा प्रदान किया जाए। आकस्मिक अवकाश 11 दिन के स्थान पर 14 दिन कर दिया जाए। महिला शिक्षामित्रों को सी०सी०एल० की सुविधा प्रदान किया जाए। सेवानिवृत्त की उम्र 62 वर्ष कर बुढ़ापे की गुजारे हेतु पेंशन भत्ता दिया जाए।
उक्त के सम्बन्ध में हमारा संगठन प्रदेश की लोकप्रिय सरकार से आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास करता है कि उपरोक्त मांगों पर अविलम्ब विचार कर हम सबको विभाग की मुख्यधारा में लाये जाने की कृपा की जायेगी।

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