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जन जागरूकता से ही डेंगू और मलेरिया से बचाव का सुरक्षित उपाय: सीएमओ

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अमित मिश्रा

डेंगू एवं मलेरिया जागरूकता कार्यशाला में दिए जानकारी

सोनभद्र। जिला मलेरिया अधिकारी द्वारा डेंगू एवं मलेरिया जागरूकता कार्यशाला का आयोजन मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय के सभागार में किया गया। इस दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी ने कहा कि वर्तमान में मच्छर जनित रोगों का संचरण चल रहा है, जनपद में डेंगू तथा मलेरिया के प्रकोप की लगातार आशंका बनी बनी हुई है,इसके क्रम में कुछ संदिग्ध मरीजों की भी सूचना प्राप्त हुई है।

उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन के जिला अध्यक्ष कौशल शर्मा ने कहा कि मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप शुरू हो गया है परंतु अभी तक मुख्यालय पर न ही एंटी लारवा का छिड़काव कराया गया और न ही कीटनाशक दवाई छिड़की गई। इस पर डीएमओ ने कहा कि नगर पालिका सोनभद्र को 7 जून को ही 20 लीटर टेमीफास एवं 15 किलो बी टीआई उपलब्ध करा दिया गया है बावजूद इसके इतनी गंभीर बीमारी के बचाव हेतु छिड़काव न कराया जाना चिंताजनक है जबकि सरकार हर संभव प्रयास कर रही है कि लोगों को उपचार में कोई कमी ना रह जाए ना ही कोई वायरस फैले। वही  श्री शर्मा ने कहा कि डेंगू मलेरिया के रोकथाम हेतु सामुदायिक जागरूकता कार्यक्रम किया जाए एवं लोगों को बताया जाए की कोई भी ऐसा कार्य न करें जिससे लोगों का जीवन खतरे में पड़ जाए।

भारतीय दंड संहिता की धारा 188A के अनुसार सजा का प्रावधान भी किया गया है। जिला महामंत्री प्रितपाल सिंह ने कहा कि 2023 में सोनभद्र के मकरी बारी एवं अन्य गांव में मलेरिया के प्रकोप से कई मौत हो चुकी है 2022-23 में मलेरिया एवं डेंगू के मामलों में वृद्धि भी देखी गई है उन्होंने कहा कि 2023 में मलेरिया की जांच दर 8.17 प्रतिशत तक पहुंच गई जबकि पूर्व में 3.31 प्रतिशत थी।

यह दर उत्तर प्रदेश के कई अन्य जिलों की तुलना में काफी अधिक थी, यह स्थिति तब है जब अधिकृत पैथोलॉजी से जो रिपोर्ट आती है जो लाइसेंस विहीन पैथोलॉजी हैं वह इनमें शामिल नहीं है।

नगर अध्यक्ष प्रशांत जैन एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश जायसवाल ने कहा कि अब एंटी लारवा एवं कीटनाशक के छिड़काव की जिम्मेदारी नगर पालिकाओं एवं नगर पंचायत की है परंतु देखा जाए तो अधिकांश गांव में अभी भी कीटनाशक का छिड़काव नहीं हुआ है जो कभी भी विकराल रूप ले सकता है उन्होंने कहा कि नेटवर्क विहीन ग्रामों में विशेष चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाए एवं जनमानस को जागरूक किया जाए कि मलेरिया ,डेंगू, डायरिया, अन्य रोगो के बचाव हेतु क्या एहतियात बरते जाय। क्योंकि अब यह संचारी रोग गांव में भी तेजी से फैल रहा है। जिला मंत्री नरेंद्र मोदनवाल ने कहा कि जिला खनिज निधि से स्वास्थ्य विभाग को 40000 मच्छरदानी प्राप्त हुई हैं परंतु अभी जनपद के दुरूह क्षेत्रो में मच्छरदानियों का वितरण नहीं हो सका है।

बैठक में मुख्य रूप से अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर प्रेमनाथ, जिला मलेरिया अधिकारी धर्मेंद्र श्रीवास्तव ,कंसल्टेंट कुमार शुभम ,आरके सिंह ,अनिल दुबे, मधु आदि लोगों उपस्थित रहे।

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