अमित मिश्रा
सोनभद्र। कांग्रेस पार्टी के ओबोसी कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के खिलाफ भड़काऊ और उकसाने वाले बयान देने के विरोध में आज राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को ज्ञापन सौपा।
वही नेताओं ने बताया कि बीजेपी और उसके सहयोगी दलों के नेताओं द्वारा राहुल गांधी के खिलाफ भड़काऊ और उकसाने वाले बयान देने के विरोध किया गया। जिस पर राष्ट्रपति नामित ज्ञापन देते हुए बताया कि जिसमें बीजेपी और उसके सहयोगी दल के नेताओं द्वारा लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ भड़काऊ और उकसाने वाले बयान देना और बीजेपी के केंद्र सरकार द्वारा तरविन्दर सिंह मारवाह, केंद्रीय मंत्री नवनीत सिंह बिट्टू , यूपी के मंत्री रघुराज सिंह के साथ-साथ शिवसेना विधायक संजय गायकवाड के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई ना करना, दोनों एक स्वस्थ लोकतंत्र के लिए उचित नहीं है।
राहुल गांधी जब से संविधान, संवैधानिक मूल्य बचाने, पिछड़े, दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक समाज को उनकी आबादी के हिसाब से भागीदारी दिलाने के जातिगत जनगणना, आर्थिक सर्वे और संस्थागत सर्वे मुद्दे द्वारा देशव्यापी मुहिम पर है तब से निराश-हताश मुद्दा विहीन आरएसएस बीजेपी और उसके सहयोगी दल इस भागीदारी मुहिम, कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी पर लगातार हमलावर है।
‘नफरत छोड़ो भारत जोड़ो ‘ का पैगाम देने वाले सामाजिक न्याय के योद्धा राहुल गांधी के साथ देश का पिछड़ा, दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक समाज एकजुटता के साथ खड़ा है ऐसे में नफरती और सामति तत्वों द्वारा भड़काऊ और उकसाने वाले बयान द्वारा राहुल गांधी के खिलाफ किसी भी साजिश को स्वीकार नहीं किया जा सकता। इसको लेकर पिछड़ा वर्ग विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष सेतराम केशरी ने वंचित समाज की तरफ से राहुल गांधी के सम्मान के प्रति गंभीरता, एसपीजी कवर की सुरक्षा और नफरती तत्वों पर तत्काल उचित कार्रवाई की मांग करते हैं।
इस दौरान जिला महासचिव बाबूलाल पनिका, अल्पसंख्यक से जाकिर हुसैन, निसार अहमद, ओबीसी जिला सचिव सुरज कुमार चंद्रवंशी तथा अन्य कई कांग्रेसजन उपस्थित रहे।