देवेन्द्र कुशवाहा
कुशीनगर(उत्तर प्रदेश)। जनसंघ से राजनीति शुरुआत करने वाले वयोवृद्ध श्री नारायण उर्फ भुलई भाई नही रहे।
गृह मंत्री अमित शाह ने जताया दुःख।
भुलई भाई के स्वर्गवास के साथ ही जिले में जनसंघ की राजनीति की एक युग का हो गया अन्त।
एक सौ ग्यारह वर्ष तक जीवित रहे भुलई भाई।
एसडीआई की नौकरी छोड़कर हिंदुत्व का परचम लहराने के लिए 1967 में राजनीतिक कैरियर की थी शुरआत।
दीपक चुनाव चिन्ह से 1974 में नौरंगिया विधानसभा क्षेत्र से लहराया था जनसंघ का परचम।
दो बार विधायक रहे भुलई भाई ने कभी भी नही बदली अपनी राजनीतिक निष्ठा।
कुछ महीने पहले ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फोन कर भुलई भाई का पूछा था हालचाल
श्री नारायण उर्फ भुलई भाई का दाह संस्कार आज छोटी गण्डक नदी के किनारे होगा।
भाजपा के तमाम दिग्गज नेता रहे उपस्थित।