अमित मिश्रा
रामगढ़ (सोनभद्र) । रामगढ़ के ग्राम अमिलियां में चल रहे श्रीमदभागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के पाँचवें दिन भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीला, गोबर्धन पूजन आदि की कथा ऋषिकेश से पधारे संत श्री हरिदास जी महाराज के श्रीमुख से श्रवण किया गया ।इस दौरान महराज नें बताया कि जीवों को आनंद प्रदान करने के लिये भगवान श्रीकृष्ण बाल रूप में आकर लीला किये। यह भी बताया कि गोविन्द नें शरणागत भक्तवत्सल की रक्षा गोबर्धन बनकर किया तथा देवराज इन्द्र के अंदर हुये अभिमान को भी समाप्त कर दिये।चल रहे साप्ताहिक यज्ञ में प्रातः से ही सुदूर गाँवो से पधारे भक्तों के द्वारा यज्ञ परिक्रमा किया गया। वृन्दावन से पधारे कलाकारों नें भगवान श्रीकृष्ण के बाल लीला की मनमोहक झांकी प्रस्तुत कर भक्तों को भक्तिमय वातावरण बना दिया।यज्ञमण्डप भक्तों जयकारे से गुंजायमान रहा।
इस दौरान आचार्य पृथ्वीनाथ शुक्ल और उनके टीम द्वारा श्रीमदभागवत पाठ जारी रहा। कथा में अवधेश नारायण शुक्ल,अशोक शुक्ल, विनोद कुमार शुक्ल, मुरलीधर शुक्ल, फनीभूषण शुक्ल, राकेश सिंह, राजेश सिंह, रामनाथ सिंह, जयप्रकाश शुक्ल, परमानन्द चौबे, वीरेंद्र देव पाण्डेय, त्रिभुवन पाठक, रामयश ओझा सहित सैकड़ो भक्तगण यज्ञ में समर्पित भाव से लगे रहे।