अमित मिश्रा
सोनभद्र। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार प्रचलित विधिक सहायता कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन एवं किशोरों की सामान्य दशा के निरीक्षण हेतु जनपद एवं सत्र न्यायाधीश रवीन्द्र विक्रम सिंह अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के आदेशानुसार आज अपर जनपद न्यायाधीश व सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, शैलेन्द्र यादव द्वारा राजकीय बाल सम्प्रेक्षण गृह (किशोर) मीरजापुर का निरीक्षण एवं विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इसके अतिरिक्त केयर टेकर रमाकान्त मिश्रा भी उपस्थित थे।
राजकीय बाल सम्प्रेक्षण गृह (किशोर) मीरजापुर में कुल 58 किशोर आवासित है, जिसमें जनपद सोनभद्र के 16 विधि के विरूद्ध बालक आवासित है। उक्त सभी बालकों से उनके मामले एवं समस्याओं के बारे में पूछताछ किया गया। उक्त सभी द्वारा अवगत कराया गया कि उन्हे राजकीय सम्प्रेक्षण गृह (किशोर) मीरजापुर में उन्हे किसी प्रकार की कोई असुविधा नही है। स्वास्थ्य ठीक है तथा खाने पीने का सामान निर्धारित मीनू के अनुसार प्राप्त होता है। उक्त सभी बालकों को किशोर न्याय अधिनियम बाल अधिकार से सम्बन्धित अन्य विधिक प्रावधान शिक्षा का अधिकार लैंगिक अपराधों से सम्बन्धित विधिक अधिनियमों से अवगत कराया गया।
प्रभारी अधीक्षक लल्लन प्रसाद, सम्प्रेक्षण गृह (किशोर) मीरजापुर, को निर्देशित किया गया कि राजकीय सम्प्रेक्षण गृह (किशोर) मीरजापुर की सफाई आदि की व्यवस्था प्रतिदिन कराना सुनिश्चित करें तथा किशोरों के भोजन आदि की व्यवस्था, उनके पढ़ाई, चिकित्सा, खेलने व मनोरंजन आदि का प्रबन्ध नियमानुसार सुचारू रूप से करना सुनिश्चित करें।