अमित मिश्रा
सोनभद्र। नेशनल प्रोग्राम फॉर नॉन कम्युनिकेबल डिजीज एन०पी०सी०डी०सी०एस० कार्यक्रम के अंतर्गत शुक्रवार को “World Cancer Awareness Day” दिवस पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ अश्वनी कुमार की अध्यक्षता में कार्यालय मुख्य चिकित्साधिकारी सभागार में जन – जागरूकता हेतु गोष्ठी का आयोजन किया गया। उक्त गोष्ठी में डॉ0 गुलाब शंकर यादव, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी नोडल एन०सी०डी०, डॉ0 प्रेमनाथ, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, डॉ0 एस० के० वर्मा, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, डा० सुमन जायसवाल, उप मुख्य चिकित्साधिकारी, समस्त ए०आर०ओ०, समस्त कोआर्डिनेटर, कंसल्टेंट, प्रबन्धक, एवं समस्त स्टाफ आदि के द्वारा बैठक में प्रतिभाग किया गया। उक्त कार्यकम में मुख्य चिकित्साधिकारी महोदय द्वारा बताया गया कि साल 2023 में लगभग 14.5 लाख कैंसर के मरीज पाये गये। प्रत्येक वर्ष लगभग 6 लाख से अधिक लोगो की मौत कैंसर से होती है। पुरुषों में मुख्य रूप से प्रथम फेफडे का कैंसर, द्वितीय मुख का कैंसर एवं महिलाओ में प्रथम स्तन कैंसर एवं द्वितीय सर्वाइकल कैंसर की संख्या बढती जा रही है। कुछ अन्य कैंसर जैसे, आंत का कैसर लीवर का कैंसर, गाल ब्लैडर का कैंसर, कोलोरेक्टल कैंसर, अमाशय का कैसर, अन्य अंगो का कैंसर, इत्यादि के लक्षण पाये जाते है। कैंसर के मुख्य कारक स्मोकिंग, खान-पान में मिलावट, तम्बाकू का सेवन, खाद एवं रसायनो का प्रयोग, डिब्बा बन्द खाना, फास्टफूड एल्कोहल, हेपेटाइटिास बी० एवं सी० का संक्रमण ह्यूमन पेपिलोमावायरस का संक्रमण इत्यादि। अगर हम जागरूक हो तो अधिकतर कैंसर से बचाव हो सकता है। हेपेटाईटिस बी० एवं सी० वैक्सीन का समय से लगना, 09 से 14 साल की उम्र में महिलाओं को ह्यूमन पेपिलोमावायरस से बचाव हेतु टीका लगवाया जाना जिससे सर्वाइकल कैंसर से बचा जा सकें। शराब, गुटखा, तम्बाकू, फास्ट फूड, एवं डिब्बे का खाना बन्द कर खेतो में रसायनिक पदार्थों का कम से कम प्रयोग कर कैंसर से बचा जा सकता है।
वर्तमान में सरकार द्वारा समस्त आयुष्मान आरोग्य मन्दिरों पर सी०एच०ओ० द्वारा तीन प्रकार के कैंसर (मुख का कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर) स्क्रीनिंग की सुविधा उपलब्ध करायी गई है। शुरूआती स्टेज में कैंसर की पहचान कर ली जाय जो मरीज की बीमारी को बढने से रोका जा सकता है और सही समय पर उपचार कर मरीज को बीमारी से निदान प्राप्त कराया जा सकता है। मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा जनता से अपील है कि सी०एच०ओ० द्वारा आयुष्मान
आरोग्य मन्दिरों पर एवं समस्त पी०एच०सी० एवं सी०एच०सी० पर नियमित जाँच कराये और समय पर
सलाह एवं उपचार प्राप्त करें। साथ ही कैंसर होने के जितने भी कारक (खान-पान में मिलावट, तम्बाकू का सेवन, खाद एवं रसायनो का प्रयोग, डिब्बा बन्द खाना, फास्टफूड एलकोहन, स्मोकिंग) है का सेवन न करें।
अंततः डा० गुलाब शंकर यादव, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी नोडल एन०सी०डी० द्वारा मुख्य चिकित्साधिकारी महोदय का धन्यवाद करते हुए उक्त गोष्ठी का समापन किया गया।