अमित मिश्रा
सोनभद्र। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा दीवानी न्यायालय परिसर में संचालित मीडिएशन सेंटर में दो दंपत्ति के विवादों की सुनवाई अधिवक्ता मध्यस्थ राधेश्याम पाण्डेय एडवोकेट मीडिएटर व पवन मिश्र एडवोकेट मीडिएटर द्वारा की गयी। सुनवाई के दौरान दोनों दम्पत्ति अपने पिछले गिले-शिकवे भुलाकर साथ रहने को राजी हो गये हैं।
मामला ग्राम पकरहट थाना पन्नूगंज निवासी अंजली कुमारी की शादी 30 जून,2017 को ग्राम सिकरिया पोस्ट शिवपुर थाना पन्नूगंज निवासी रविकान्त से हुई थी। शादी के लगभग एक वर्ष बाद दम्पत्ति के बीच विवाद शुरू हो गया, जिसके बाद अंजली को जनवरी 2024 में ससुराल से भगा दिया गया। अंजली मायके आकर रहने लगी, उसने पति के खिलाफ प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय के समक्ष एक वाद दाखिल कर भरण-पोषण की मांग किया।
मामला पारिवारिक होने के कारण संबंधित न्यायालय द्वारा पक्षकारों के मध्य सुलह-समझौते की संभावना तलाशने हेतु पत्रावली मीडिएशन सेंटर को संदर्भित की गयी। मामले की सुनवाई मीडिएशन सेंटर में की गई।
मीडिएशन सेंटर द्वारा भेजे गये नोटिस के बाद रविकान्त मीडिएशन सेंटर में हाजिर हुए, सेंटर में हुई बातचीत में दोनों के बीच सारे गिले-शिकवे दूर हो गये, दम्पत्ति के बीच समझौता हो गया।
इसी प्रकार रासमती निवासी ग्राम-रौप घसिया बस्ती थाना राबर्टसगंज द्वारा अपने पति जियालाल के विरूद्ध मीडिएशन सेंटर में प्री-लिटिगेशन वाद दाखिल किया गया। जिस पर मीडिएशन सेंटर द्वारा जियालाल को भेजे गये नोटिस पर वह मीडिएशन सेंटर में हाजिर हुए। सेंटर में हुई बातचीत में दोनों के बीच सारे गिले-शिकवे दूर हो गये और दम्पत्ति के मध्य समझौता हो गया।
इस सुनवाई के दौरान शैलेन्द्र यादव अपर जनपद न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा उक्त दोनों दम्पत्ति को भविष्य में एक-दूसरे का सम्मान करते हुए दाम्पत्य जीवन का निर्वाह करने हेतु प्रेरित किया गया।
यह जानकारी शैलेन्द्र यादव, अपर जनपद न्यायाधीश/सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा दी गयी हैं।