अमित मिश्रा
खेत मजदूर यूनियन के कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाल कर किया प्रदर्शन
खनन में नियम के विरुद्ध चल रही मशीनों पर रोक लगाने को बुलन
विभिन्न सवालों को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय समक्ष यूनियन कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
सोनभद्र(उप्र)। उप्र खेत मजदूर यूनियन के राज्यव्यापी आवाहन पर यूनियन की जिला कमेटी के कार्यकर्ताओं ने भारी संख्या में खनन मजदूरों के साथ जूलुस निकाल कर नारेबाजी करते हुए जिला खनन कार्यालय पर घंटे भर जोरदार प्रदर्शन किया, जहां यूनियन के कार्यकर्ताओं ने खनन क्षेत्र में चल रही मशीनों को बंद कर मजदूरों को रोजगार दिए जाने की मांग किया। मौके पर खान अधिकारी उपस्थित हो कर यूनियन के नेतृत्व से मशीनों को बंद करके मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने की बात कही। वहीं यूनियन द्वारा कहा गया है जल्द ही मशीनों को जब्त कर मजदूरों को रोजगार उपलब्ध नहीं कराया जाता है तो यूनियन बड़े स्तर पर आंदोलन करने को तैयार हैं।
खनन कार्यालय पर प्रदर्शन के बाद यूनियन का जत्था जुलूस के रूप में जिलाधिकारी कार्यालय पंहुचा जहां यूनियन द्वारा कहा कि जाति जनगणना कराने, मनरेगा को इमानदारी से लागू करने, दलित अत्याचारों पर रोक लगाने, खेत मजदूरों की सामाजिक सुरक्षा की गारंटी आदि मांगों को लेकर आज का आंदोलन है।
वक्ताओं ने कहा कि आज हमारी मांगे हैं कि पूरे देश में ईमानदारी एवं पारदर्शिता के साथ जाति जनगणना करा कर सदियों से उपेक्षित और वंचित लोगों को उनकी हिस्सेदारी के हिसाब से उनको हक प्रदान किया जाये। विद्युत संशोधन कानून 2022 को तत्काल वापस लिया जाये, इसके साथ ही स्मार्ट मीटर व्यवस्था को हटा कर विद्युत उपभोक्ताओं के हित को ध्यान में रखते हुए वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित किया जाये। बटाई पर लेकर दूसरे के खेतों पर खेती करने वाले खेत मजदूरों को भी फसल बीमा का लाभ दिया जाये, इसके साथ ही फसल का नुकसान होने की स्थिति में उचित मुआवजा दिया जाये।
मनरेगा के तहत काम करने वाली महिला खेत मजदूरों के लिए कार्य स्थल पर सुरक्षा एवं स्वास्थ्य सुविधा की ब्यवस्था सुनिश्चित किया जाये। खेत मजदूरों को 55 वर्ष की उम्र के बाद 5000 रुपये प़ति माह पेंशन दिया जाये। सभी खेत मजदूरों को मनरेगा के तहत वर्ष में 200 दिन का काम एवं 700 रुपये प़तिदिन न्यूनतम मजदूरी दिया जाये।
जनपद के खनन क्षेत्रों में और नदियों की जलधारा को रोककर नियम के विरुद्ध किए जा रहे जेसीबी , पोकलेन जैसी मशीनों से बालू खनन व मशीनों से ही किए जा ट्रकों पर लोडिंग को तत्काल प्रभाव रोका जाए और स्थानीय मजदूरों को खनन में रोजगार दिलाया जाए। उपरोक्त मांगों को लेकर राष्ट्रपति को संबोधित मांग पत्र जिलाधिकारी के माध्यम से भेजा गया।
इस मौके पर प्रमुख रूप से आरके शर्मा,देव कुमार विश्वकर्मा, अमर नाथ सूर्य, हृदय नारायण गुप्ता, तारकेश्वर गुप्ता, बसावन गुप्ता, राम सुरत बैगा, शिव नारायण, अयोध्या प्रसाद खरवार, बीरबल खरवार, जगरनाथ बैगा, बुद्धि राम बैगा, बाबूलाल चेरो, सूरज धरकार, योगेन्द्र कुमार, राम लखन, शिव चरण सिंह खरवार, सितवंती देवी, कलावती देवी, मालती, मान कुंवर, फुलपतिया देवी, कला कुमारी, पुष्पा, रामधनी, मुन्ना धरकार, जगरनाथ गोंड, देव नारायण व विजय कुमार आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।