अमित मिश्रा
उर्जाचल ट्रक आनर्स एसोशिएसन ने किया विरोध प्रदर्शन
0 अपनी मांगों को लेकर डीएम को सौप पत्र बुलंद की आवाज
0 संगठन पदाधिकारीयो ने कलेक्ट्रेट पर विरोध जताते हुए जताया आक्रोश
सोनभद्र। पूर्वांचल ट्रक ओनर एसोसिएशन पदाधिकारी द्वारा सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में विरोध प्रदर्शन करते हुए अपनी विभिन्न मांगों को लेकर डीएम एवं एसपी को पत्र देकर बुलंद की आवाज।
संगठन उपाध्यक्ष हरिकिशन सिंह ने बताया की बीते 26 अक्टूबर को एनटीपीसी शक्तिनगर गेट हाउस मे आहुत जनपद – सोनभद्र के हाथीनाला से शक्तिनगर तक लगने वाले जाम की समस्या के निराकरण हेतु सम्पन्न हुई बैठक के उपरान्त जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक के संयुक्त हस्ताक्षर से जारी कार्यवृत्त 13 नवम्बर के बिन्दु क्रमांकः-1 मे सितम्बर, 2024 से 07 साल से पुराने मालवाहको (ट्रेलर, ट्रिपट्रेलर, हाईवा, ट्रक) से कोयला अभिवहन पर रोक लगाये जाने हेतु केन्द्रीय मोटर यान अधिनियम- 1988 (यथासंशोधित) के प्राविधानो के विपरीत लिये गये निर्णय को वापस लेने को लेकर सगठन पदाधिकारियों ने विरोध जताते हुए पत्र दिया ।
वही संगठन पदाधिकारी ने बताया कि
महत्वपूर्ण है कि मालवाहको (ट्रेलर, ट्रिपट्रेलर, हाईवा, ट्रक) को परिवहन विभाग द्वारा जारी किया जाना वाला रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट हेतु जारी किया जाता है तथा तत्पश्चात आवश्यक 15 वर्ष अर्हताए (फिटनेस इत्यादि) पुर्ण करने पर उनका रजिस्ट्रेशन पुनः पांच वर्ष हेतु नवीनीकृत किया जाता है ऐसे मे महज रजिस्ट्रेशन से 07 वर्ष से ज्यादा अवधि के मालवाहको से कोयला अभिवहन पर रोक सम्बन्धित लिया गया निर्णय त्रुटिपूर्ण है। महत्वपुर्ण है कि उपरोक्त निर्णय जनपद सोनभद्र मे हाथीनाला से शक्तिनगर तक लगने वाले जाम की समस्या के निराकरण हेतु आहुत बैठक में आप द्वय के स्तर पर लिया गया है। उक्त बैठक मे सम्बन्धित प्रशासनिक अधिकारियो व कोयला खदान परियोजना तथा ताप विद्युत परियोजनाओ के प्रबंधन द्वारा आपके समक्ष लग रहे जाम के मुल कारणो का उल्लेख नही किया गया है तथा यह भी अवगत् नही कराया गया है कि सबसे ज्यादा जाम किन सडको के किस हिस्से पर लग रहा है। इस संदर्भ में अवगत् कराना है कि जाम से सबसे ज्यादा प्रभावित रीवा-रांची राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-39ई) का हिस्सा डिबुलगंज-रेनुकुट-हाथीनाला राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-39ई) है जिससे प्रतिदिन लाखो टन कोयला व राख का ‘अभिवहन भारी मालवाहको से होता है तथा उक्त मार्ग विगत् 10 वर्ष पूर्व से फोर लेन/छः लेन बनाये जाने हेतु प्रस्तावित है परन्तु अभी तक उक्त मार्ग फोर लेन/छः लेन में तब्दील नही हो पाया है तथा सडक का आधा हिस्सा गड्ढो मे तब्दील है जिसके कारण कोयला व राख लदे मालवाहक ब्रेकडाउन हो जाते है जो जाम का कारण बनता है इसके अतिरिक्त जाम लगने का मुख्य कारण कोयला आधारित ताप विद्युत परियोजनाओ के राख बंधो/साईलो से ओवरलोड राख लेकर निकलने वाले मालवाहको का ब्रेकडाउन होना है तथा विंगत् माह मे लगे जाम का कारण भी ओवरलोड राख लदे मालवाहक जो राष्ट्रीय राजमार्गो के निर्माण में राख भराव हेतु प्रयुक्त होते है का ब्रेकडाउन होना है। वर्तमान मे एनटीपीसी की सिंगरौली सुपर थर्मल पावर स्टेशन परियोजना (शक्तिनगर, सोनभद्र), रिहन्द सुपर थर्मल पावर स्टेशन (बीजपुर, सोनभद्र), विन्ध्याचल सुपर थर्मल पावर स्टेशन (विन्ध्यनगर, सिंगरौली), लैंको अनपरा पावर प्राईवेट लिमिटेड – MEIL परियोजना के राख बंधो व साईलो से राख का अभिवहन भारी मालवाहको द्वारा विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गो के निर्माण हेतु राख भराव हेतु किया जा रहा है। इन परियोजनाओ के राख बंधे से मालवाहको की भार वहन क्षमता से कई गुना ज्यादा राख का लदान किया जा रहा है तथा ओवरलोड राख के लदान व अभिवहन का आलम यह है कि एनटीपीसी के परियोजनाओ के राख बांध व साईलो से मालवाहको पर इस कदर ओवरलोड राख का लदान किया जा रहा है कि इन परियोजनाओ मे स्थापित Weight Bridge राख लदे मालवाहको का तौल करने में असमर्थ शाबित हो रहे तथा मैनुअल वजन पर्ची देकर मालवाहकों को राख भराव हेतु राख लेकर भेजा रहा है इसी प्रकार से लैंको अनपरा पावर प्राईवेट लिमिटेड – MEIL परियोजना द्वारा अनपरा तापीय परियोजना के राख बांध मे अपने राख का निस्तारण किया जाता है तथा वर्तमान मे वही से राख का लदान राख अभिवहन करने वाले मालवाहको पर किया जाता है तथा इनके राख बांध से राख लेकर निकलने वाले मालवाहको के तौल हेतु परियोजना के स्तर पर कोई Weight Bridge नही स्थापित है जिसके चलते लैंको अनपरा पावर प्राईवेट लिमिटेड – MEIL परियोजना द्वारा राख निस्तारण हेतु प्रयुक्त लाये जा रहे राख बांध से मालवाहको की क्षमता से कई गुना अधिक राख का लदान हो रहा है तथा इन परियोजनाओ से ओवरलोड राख लेकर निकलने वाले मालवाहक डिबुलगंज- रेनुकुट – हाथीनाला राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-39ई) पर ब्रेकडाउन होकर जाम का कारण बन रहे है तथा जाम की समस्या के निराकरण हेतु प्रथमतः ओवरलोड राख के अभिवहन पर रोक लगाया जाना तथा द्वितीयतः रीवा-रांची राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-39ई) का हिस्सा डिबुलगंज- रेनुकूट-हाथीनाला राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-39ई) है कि मरम्मतीकरण व फोर लेन/छः लेन मे चौडीकरण आवश्यक है। उपरोक्त तथ्यो को दृष्टिगत रखते हुये आपसे आग्रह है कि राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-39ई) पर लग रहे जाम की समस्या के निराकरण हेतु कोयला आधारित ताप विद्युत परियोजनाओ के राख बंधे व साईलो से हो रहे
इस दौरान ओमप्रकाश द्विवेदी आनंद कुमार गोपाल सिंह सुशील तिवारी पप्पू सिंह राजकुमार मनीष कुमार श्रवण उपेंद्र दिलीप योगेंद्र सुभाष मिश्रा आदि लोग मौजूद रहे।