बद्री प्रसाद गौतम
टेड़ुआ नाला में 30 वर्षो से बांध नहीं तो सन् 2024 का अब मतदान नहीं, नारों से आवाज किया बुलंद
सलखन (सोनभद्र) । सदर विकास खण्ड क्षेत्र के अन्तर्गत नक्शल प्रभावित पहाड़ी ग्रामीण अंचल के बेलछ रुदौली मकरीबारी तीनों ग्राम सभाओं के आदिवासी वन बंधुओं ने सन् 1993 व 1994 से यहां के मुल आदिवासियों ने टेड़ुआ, नाला दो पहाड़ियों की में बांध बनवाने की मांग करते चले आ रहे हैं लेकिन 30 वर्ष बीत जाने के बाद भी कितने सरकारें आईं और गईं लेकिन आज तक कोई पहल नहीं किया गया। जिससे सन 2024 लोकसभा विधानसभा मतदान का आदिवासी वन बंधुओं ने बहिष्कार का ऐलान किया है।
टेड़ुआ, नाला में बांध नहीं तो, सन 2024 का मतदान नहीं।
उक्त नारों से आदिवासी वन बंधुओं ने अपनी आवाज बुलंद किया।
उक्त सम्बंध में ग्राम पंचायत बेलछ कम्पोजिंग विद्यालय अकेलवा के प्रांगण में बेलछ , रुदौली, मकरीबारी तीनों ग्राम सभाओं के संयुक्त बैठक में श्रीराम टेकाम पूर्व प्रधान प्रतिनिधि ने बताया इस नक्शल प्रभावित पहाड़ी ग्रामीण अंचलों के गरीब निरीह आदिवासी वन बंधुओं ने तीन दशकों से दो पहाड़ियों के बीच टेड़ुआ नाला में बांध बनवाने की मांग किया जा रहा है। इस बांध निर्माण हो जाने से विद्युत उत्पादन के साथ – साथ 5000 हेक्टेयर भूमि सिंचित होने के साथ एक हजार से उपर तीनों ग्राम सभाओं के किसान लाभान्वित होंगे। सेंचुरी वन क्षेत्र के वनों की हरियाली वन जीवों को पानी पीने के लिए भी रामबाण सिद्ध होगा। पानी का जल स्तर उपर हो जाने से पहाड़ी ग्रामीण अंचलों में पेयजल की समस्या भी खत्म हो जाती लेकिन तमाम शासन प्रशासन को अवगत कराने के पश्चात कोई पहल न हो ने कारणों से छुब्ध हो कर सन 2024 लोकसभा विधानसभा चुनाव का आदिवासियों ने वहिष्कार का ऐलान किया है।
उक्त सम्बंध में सम्बंधित विभागीय अधिकारियों का ध्यान आपेक्षित है।
इस अवसर पर मुख्य रुप से रमेश चंन्द्र, हरिदेव सिंह, राजाराम भारती, अवधेश, गुलाब, सुखदेव, सुरेंद्रर, चन्द्रभान सिंह, महादेव, कमलेश, छोटे लाल, मंगल काशी, राय सिंह इत्यादि लोग उपस्थित थे।