मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) । अतुल कुमार एशिया में अकेले ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने हाथ से रामायण की 9 प्रतियां लिख रिकॉर्ड कायम किया है।
यह कारनामा उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के रहने वाले राम भक्त अतुल कुमार ने अपने हाथों से राम चरित्र मानस की नौ (9) प्रतियां लिख कर एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करा लिया है। अतुल कुमार बताते हैं कि जब देश में राम मंदिर आंदोलन के लिए भाजपा रथ यात्रा निकाल रही थी, मं में जिज्ञासा राम के रामयन को लिखने को हुयी और पहला हस्त लिखित रामयन लिखना शुरू किया। उस समय 13 अगस्त 1991 से उन्होंने रामचरित्र मानस की प्रतियां अपने हाथ से लिखनी शुरू की थी और 33 सालों में उन्होंने 9 रामायण लिख चुके हैं और दसवीं अब लिख रहे हैं। इन पुस्तकों में पृष्ठों की संख्या 556 से 640 तक है। पुस्तक की लंबाई 11 इंच चौड़ाई 9 इंच और मोटाई 3.5 इंच है। अतुल कुमार सिर्फ एक बार जून 1992 में राम मंदिर के दर्शन करने अयोध्या गए थे और अब नया भव्य राम मंदिर बन चुका है लेकिन अतुल कुमार अभी अयोध्या नहीं जा सके है जल्द ही वह पुनः अयोध्या जायेंगे और अपने हाथ की लिखी हुई रामायण राम मंदिर को समर्पित करेंगे। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने हाथ की लिखी हुई पहली राम चरित्र मानस अपने गुरु भुवनचंद जोशी को दी है। और एक किताब अपनी मां कुसुम लता को दी, एक पुस्तक अपनी छोटी बहन ममता रानी को दी जो गुड़गांव में रहती है। एक पुस्तक अपने भाई आलोक कुमार एंव भाभी वंदना अग्रवाल को भेंट की है और एक पुस्तक अपनी पत्नी सीमा अग्रवाल को उनकी सिल्वर जुबली पर भेंट की थी। एक पुस्तक उन्होंने अपनी बेटी कनु प्रिया के ससुर सीपी गुप्ता एडवोकेट सहारनपुर को भेंट की है और अब उनके पास 03 पुस्तके मौजूद हैं जिनमे से एक वह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेंट करने की इच्छा रखते हैं। अतुल कुमार आयकर के वकील है और उनका अपना ज्वैलरी का शोरूम है। अतुल कुमार का एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में उनका नाम दर्ज हो गया है।