अशोक
हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाने के बाद पीड़ित परिवार को मिला न्याय
कौशाम्बी। जिले के पिपरी थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गांव में प्रेम प्रसंग के संबंध के चलते एक नाबालिग किशोरी अपने प्रेमी के साथ तीन महीना पहले भाग गई थी, जिसकी पीड़ित परिजनों ने पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई थी,जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि प्रेमी युवक द्वारा नाबालिग किशोरी की हत्या कर दी गई थी।
सीओ चायल मनोज सिंह रघुवंशी ने बताया कि 15जून को नाबालिग लड़की अपने प्रेमी के साथ महाराष्ट्र के पुलिस स्टेशन शिवाजी नगर जिला ठाणे में अपने प्रेमी के साथ रह रही थी, 17 जून को नाबालिग लड़की की हत्या कर दी गई और 19 जून को शिवाजी नगर पुलिस को सूचना मिली की जंगल में एक युवती का शव मिला है,महाराष्ट्र पुलिस ने नाबालिग के शव का पोस्टमार्टम कराया।
पिपरी थाना मे 19 जून को 363,366 मे मुकदमा लिखा गया था लेकिन लडकी के पिता ने हाईकोर्ट में लडकी बरामद कराने के लिए याचिका दायर की और हाईकोर्ट ने मामले को संज्ञान में लेकर पिपरी पुलिस को फटकार लगाते हुए 15 दिन में लडकी को हाजिर करने का आदेश दिया था तब पिपरी पुलिस आरोपी मिथिलेश कुमार और मिथुन कुमार निवासी कमालपुर बरेठी थाना पिपरी को पुलिस ने पकडकर पूछताछ की जानकारी ली। जिसके बाद पिपरी पुलिस महाराष्ट्र गयी और जानकारी जुटाई गई और वही पीड़ित परिजनों को किशोरी की मौत सुन रो रो कर बुरा हाल है। सवाल यह भी है की पिपरी पुलिस अगर लडकी की तलाश कर लेती तो परिजनों को हाईकोर्ट न जाना पड़ता।