संवाददाता लकी केशरी
नौगढ़ (चंदौली) । जिले के गुठौली जंगल में स्थित कोइलरवा हनुमान मंदिर भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। यहां पर हनुमान जी बाल रूप में साक्षात विराज रहे हैं और भक्तों के संकट को पल भर में हर लेते हैं।
इस मंदिर की मान्यता है कि सच्चे दिल से जो भक्त उनका ध्यान करते हैं, वो उन्हें दर्शन देते हैं। भूत-प्रेत बाधाएं हो या किसी भी तरह का संकट हो, यहां आने मात्र से सब ठीक हो जाता है।
कोइलरवा हनुमान मंदिर में प्रतिवर्ष कार्तिक मास की एकादशी से देव दीपावली तक पांच दिवसीय मेला आयोजित होता है। इस दौरान हजारों की भीड़ मिर्जापुर, सोनभद्र, गाजीपुर, जौनपुर, बलिया, देवरिया, आजमगढ़, चंदौली के अलावा बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ से आती है।
भक्त यहां दर्शन-पूजन करने के लिए आते हैं और मन्नत पूरा होने के बाद अखंड हरिकीर्तन और श्री रामचरितमानस पाठ कराते हैं। इसके अलावा दूरदराज के आने वाले लोग सपरिवार बाटी चोखा बनाकर प्रसाद ग्रहण करते हैं।
मंदिर के स्वरूप का निर्माण 1995 में पूर्ण हुआ था, लेकिन पाकड़ के पेड़ के नीचे प्राचीन हनुमान जी की प्रतिमा का पूजन अर्चन काफी पहले से होता आ रहा है।
पुलिस क्षेत्राधिकारी कृष्ण मुरारी शर्मा ने बताया कि मेले में आने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए कई थानों के दरोगा के अलावा दो प्लाटून पीएसी और महिला पुलिस की तैनाती की गई है। मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं।