जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के रहते मिर्जापुर में निष्पक्ष चुनाव होना सम्भव नही: सपा प्रत्याशी

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जिलाधिकारी को हटाने के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त को लिखा पत्र

22 अप्रैल को लिखे पत्र पर अभी तक नही हुई कोई कार्रवाई

यूपी के कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल की रिश्तेदार है जिलाधिकारी

मिर्जापुर। जनपद की लोकसभा सीट पर सातवें व आखिरी चरण का नामांकन प्रक्रिया सात मई से शुरू होगी और मतदान 01 जून को होना है, केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल इस सीट से अपना दल एस की तरफ से चुनाव लड़ती है।इस कारण यह सीट हाट बनी हुई है क्योंकि अभी तक अपना दल एस ने प्रत्यासी घोषित नही किया है फिर भी इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिख कर जनपद में निष्पक्ष चुनाव के लिए जिलाधिकरी प्रियंका निरंजन को हटाने की मांग किया है। उनका कहना है कि 22 अप्रैल को मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखा था लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नही हुई है। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन वर्ष 2017 से 2020 तक बतौर मुख्य विकास अधिकारी तैनात रही और अपना दल एस के कार्यकारी अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल की रिश्तेदार भी है इसलिए इनके रहते निष्पक्ष चुनाव होना सम्भव नही है।

सपा प्रत्यशी द्वारा मुख्य चुनाव आयुक्त को लिखा गया पत्र

इंडिया गतबंधन के प्रत्याशी राजेंद्र एस बिंद द्वारा डीएम को हटाने के लिए मुख्य चुनाव आयुक्त को लिखा गया पत्र सोशल मीडिया पर हुआ वायरल जिसमें सपा प्रत्याशी ने लिखा है की डीएम प्रियंका निरंजन के रहते जिले में नहीं हो सकता है निष्पक्ष चुनाव, आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार में स्वतंत्र प्रभार मंत्री आशीष पटेल की दूर की रिश्तेदार होने के चलते मिली है जिले में पोस्टिंग। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन इससे पहले 2017 से 2020 तक मिर्जापुर सीडीओ रह चुकी है। इसके साथ ही वह अनुप्रिया पटेल को जीताने के उद्देश्य से उनकी पोस्टिंग मिर्जापुर जिले कराई गई है। उन्होंने कहा कि डीएम को हटाने के लिए 22 अप्रैल को पत्र लिखा था परंतु अभी तक मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई है चुनाव आयोग बताएं कैसे यहां पर निष्पक्ष चुनाव हो पाएगा।

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