राजन
नगरपालिका के लापरवाही से भगत सिंह पार्क हुआ बदहाल
आजादी के अमृत महोत्सव में शहीदों का हो रहा अपमान
मिर्जापुर। केंद्र और प्रदेश सरकार क्रांतिकारियों को सम्मानित करने के लिए काकोरी कांड की 100 वीं वर्षगांठ मना रहा है तो वही नगर के वीआईपी सिविल लाइन मार्ग पर स्थापित शहीद भगत सिंह पार्क की स्थिति अनदेखी के चलते बद से बदतर होती जा रही है। पार्क के बाहर लगी रेलिंग टूट कर गिर चुकी है तो वही पार्क के अंदर हर तरफ गंदगी का साम्राज्य फैला हुआ है जहां शाम होते ही शराबियों का जमावड़ा हो जाता है जिसकी गवाही पार्क में फैले खाली पड़े ग्लास और दारू तथा बियर के खाली पैकेट दे रहे हैं । ऐसा नहीं है कि प्रशासन को या नगर पालिका परिषद को इसकी जानकारी नहीं है परंतु फिर भी कोई इस महान क्रांतिकारी शहीद भगत सिंह के इस पार्क की सुध नहीं ले रहा है।
दूसरी तरफ मिर्जापुर में देश की आजादी में चंद्रशेखर आजाद और उनकी पार्टी के सदस्यों के साथ मिलकर ब्रिटिश सरकार की चुल हिलाने वाले शहीद भगत सिंह के पार्क की अनदेखी की जा रही है। बड़ा सवाल है की यह देश के शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों को कैसी श्रद्धांजलि जब एक शहिद के पार्क को सुधार नहीं जा सकता है। शहीद भगत सिंह का जन्म 26 सितंबर 1907 को हुआ था और ब्रिटिश सरकार द्वारा 23 मार्च 1931 को उनके दो साथियों राजगुरु और सुखदेव के साथ फांसी पर लटका दिया गया था ।