अमित मिश्रा
0 टीबी रोग से ग्रसित कुल 30
बच्चों को पौष्टिक आहार
सोनभद्र। बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में रेड क्रॉस के संस्थापक सर जीन हेनरी ड्यूनॉट के जन्मदिवस के अवसर मुख्य चिकित्साधिकारी सोनभद्र डॉ अश्वनी कुमार के द्वारा उनके चित्र पर माल्यार्पण कर विश्व रेड
क्रॉस दिवस कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ अश्वनी कुमार ने विस्तृत जानकारी देते हुए वर्ष के रेडक्रॉस का स्लोगन आज के परिवेश में “मानवता को जीवित रखना” का उल्लेख किया एवं शाखा के सदस्यों द्वारा किए जा रहे
कार्यों की भूरी भूरी प्रशंसा की तथा अधिक से अधिक लोग को संस्था का सदस्य बना कर मानवीय सेवा करने के प्रति आह्वाहन किया। इस अवसर रेड क्रॉस शाखा के सदस्यों द्वारा गोद लिए गए रॉबर्ट्सगंज एवं दुद्धी ब्लॉक के टीबी रोग से ग्रसित कुल 30 बच्चों को पौष्टिक आहार एवं रेडक्रॉस हाइजीनिक किट प्रदान किया गया। इस अवसर पर रेड क्रॉस सदस्यों द्वारा 06 कुष्ठ रोगियों को गोद लिया गया एवं उन्हें रेड क्रॉस हाइजीनिक किट एवं फल देकर प्रोत्साहित किया गया। इस अवसर पर रक्तदान कैम्प का आयोजन राबर्ट्सगंज एवं दुद्धी ब्लड बैंक में शाखा द्वारा किया गया। इस अवसर पर डॉ सुमन कुमार, डॉ शाह आलम, खुशबू, मधु, दीपक, विकास पार्थ, सुनील कुमार एवं संजीव द्वारा रक्तदान किया गया। इस अवसर पर एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ़ इंडिया द्वारा अहमदाबाद में आयोजित नेशनल इंटर डिस्ट्रिक्ट जूनियर एथलेटिक्स मीट में रेड क्रॉस शाखा द्वारा गोद लिए गये 06 बच्चे क्रमशः आदित्य, अपर्णा, अबू लेश, आरती, दिव्यांश सतीश को उनके द्वारा किये गये उत्कृष्ठ प्रदर्शन पर प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। अवसर पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ आर जी यादव, डॉ प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, डॉ एस
के वर्मा, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुबेदार प्रसाद, डॉ गिरिधरी लाल, धर्मेंद्र नारायण श्रीवास्तव, डॉ स्नेहा मंजुल, डॉ जयवर्धन, जितेंद्र, सतीश सोनकर, विमल सिंह, उप सभापति विमल अग्रवाल, कोषाध्यक्ष, किशोरी सिंह सदस्य सरदार दया सिंह, डॉ रोहित केडिया, अमित चंदेल उपस्थित रहे। इस शाखा के सभापति ने सभी को इस अवसर पर बधाई दी एवं रेड क्रॉस के क्रियाकलापों पर प्रकाश डाला। सचिव डॉ सुमन कुमार ने जनपद में रेड क्रॉस कैसे कार्य कर रहा है उस पर विस्तृत जानकारी दी एवं कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यक्रम में आए हुए सभी सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापन एवं समापन डॉ संजय कुमार सिंह द्वारा किया गया।