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राजनीति में क्रांति की नई अलख जगायेगा बहुजन समाज

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अमित मिश्रा

बहुजन समाज की राजनीति में दिखी क्रांति की नई अलख

0 पूर्व विधायक ने चिंतन-मंथन गोष्ठी के बहाने टटोली बहुजन समाज की नब्ज

सोनभद्र। लोकसभा चुनाव के बाद एकाएक बहुजन समाज की राजनीति में एक नई क्रांति जन्म लेती दिख रही है। बहुजन राजनीति के नायक रहे मान्यवर कांशीराम को अपना आदर्श मानने वाले पूर्व विधायक शारदा प्रसाद ने बहुजन चिंतन-मंथन गोष्ठी के जरिए न केवल बहुजन समाज में नई ऊर्जा का संचार किया, बल्कि लम्बे अरसे से बहुजन समाज की राजनीति कर रहे लोगों को एकमंच पर आने का न्यौता भी दिया। हालांकि कुछ इसे सकारात्मक नजरिए से देख रहे हैं, वहीं बहुत से बहुजन नेता ऐसे हैं जिनकी पेशानी पर अभी से बल पड़ने लगा है।
विदित हो कि बहुजन समाज हमेशा से भारतीय राजनीति का केन्द्र बिंदु रहा है और इसके आगे भी रहने की प्रबल संभावनाएं है। बावजूद इसके आज तक बहुजन समाज को ठीकठाक प्रतिनिधि की कमी हमेशा रही। अलग-अलग समय पर अलग-अलग नेता उभरे, लेकिन वह बहुजन समाज के लिए बहुत कुछ नहीं कर पाए। अधिकांश नेताओं का दायरा चुनाव लड़ने लड़ाने तक ही सीमित रहा। इसी बीच लोकसभा चुनाव में बहुजन नायक कांशीराम द्वारा स्थापित बहुजन समाज पार्टी की करारी हार ने समाज को सोच में डाल दिया। इसी सोच को आगे बढ़ाते हुए कांशीराम के साथ काम कर चुके पूर्व विधायक शारदा प्रसाद ने बहुजन चिंतन-मंथन गोष्ठी का आयोजन किया। इसके पीछे उन्होंने अपनी मंशा भी जाहिर की। बताया कि लोकसभा चुनाव के बाद दलित राजनीति में शिथिलता देखी जा रही है, जिसे सक्रियता में बदलने और कांशीराम व डा. भीमराव अम्बेडकर के मिशन को आगे बढ़ाने के लिए यह गोष्ठी बुलाई गयी है, जिसमें बहुजन समाज के लोग अपने विचारों का आदान-प्रदान करेंगे और जो बाते गोष्ठी के माध्यम से छन कर सामने आएगी उसके अनुसार आगे की रणनीति को तैयार कर बहुजन समाज के राजनीतिक हितों को ध्यान में रखते हुए उनके हक और अधिकार की लड़ाई को आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा। हालांकि उनकी यह मंशा कुछ दलित नेताओं को पच नहीं रही है, वहीं बहुत से लोग ऐसे हैं जो उनके इस फैसले का स्वागत व सम्मान भी करते दिखे। फिलहाल यह प्रयास बहुजन समाज में नई राजनीतिक क्रांति के रूप में जन्म लेती दिख रही है।
इस मौके पर भोलानाथ बच्चन , मोहम्मद असलम हाशमी , राकेश , मोहन बिंद , चबीनाथ , जयप्रकाश बियार, सैफ ,हीरा लाल, महिंदर मौर्य ,मनीषी पटेल , दूधनाथ भारती , दुर्गावती बियार, सुभाष भारती, रविप्रकास मौर्या ,अरविंद भारती,सुषमा , ऊषा भारती।

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