नई दिल्ली: डीएमके सांसद ए राजा ने रविवार को कहा कि तमिलनाडु को हिंदू राष्ट्रवाद की नहीं बल्कि द्रविड़ राष्ट्रवाद और तमिल राष्ट्रवाद की जरूरत है. उनकी यह टिप्पणी अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की पूर्व संध्या पर आई है. सेलम में एक सभा में बोलते हुए ए राजा ने कहा कि धर्म कभी भी राष्ट्रीयता नहीं बन सकता लेकिन भाषा बन सकती है.
डीएमके सांसद ए राजा ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा “हम जाति के नाम पर अलग हो गए हैं और आप हमें धर्म के नाम पर एक होने की कोशिश करते हैं… हम कानून के अनुसार धर्म के नाम पर एक होना चाहते हैं लेकिन हम हिंदू नहीं बनना चाहते जैसा कि आप कहते हैं.” और हम वह हिंदू राष्ट्रवाद नहीं चाहते. हमें द्रविड़ राष्ट्रवाद और तमिल राष्ट्रवाद की आवश्यकता है.” उन्होंने भाजपा पर सीधे रूप से कटाक्ष करते हुए कहा कि वह एक हिंदू राष्ट्र चाहती है.
उन्होंने कहा, “आज वे हिंदू राष्ट्र के बारे में बात करते हैं. पहले धर्म के नाम पर कोई राष्ट्र नहीं था. पाकिस्तान भारत से अलग हो गया क्योंकि सावरकर ने कहा कि यह एक हिंदू राष्ट्र है, इसलिए जिन्ना ने कहा कि वे एक इस्लामी राष्ट्र थे और (भारत से) अलग हो गए.” उन्होंने कहा, ”धर्म कभी भी राष्ट्रीयता नहीं बन सकता लेकिन भाषा राष्ट्रीयता बन सकती है.”
पिछले हफ्ते, पार्टी प्रमुख एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने कहा था कि डीएमके एक मस्जिद को ध्वस्त करने के बाद बनाए गए मंदिर से सहमत नहीं है. पीटीआई के अनुसार डीएमके यूथ विंग के प्रमुख ने वर्ष 1992 में बाबरी मस्जिद के विध्वंस का जिक्र करते हुए कहा, “हमें वहां मंदिर बनने से कोई समस्या नहीं है. हम मस्जिद को ध्वस्त करने के बाद मंदिर के निर्माण से सहमत नहीं हैं.”
रविवार को केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि तेलंगाना में एमके स्टालिन सरकार ने अयोध्या कार्यक्रम के सीधे प्रसारण पर प्रतिबंध लगा दिया है. सरकार ने कहा कि भाजपा जनता का ध्यान द्रमुक के युवा कार्यक्रम से हटाने की कोशिश कर रही है.
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FIRST PUBLISHED : January 22, 2024, 24:27 IST