बद्री प्रसाद गौतम
आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के जगह जगह ग्राम सभाओं में आदिवासियों ने मनाया जन्मोत्सव।
सलखन (सोनभद्र)। सदर विकास खण्ड क्षेत्र के आदिवासी बाहुल्य ग्राम सभाओ में शनिवार को महारानी बीरांगना रानी दुर्गावती का जन्मदिन बड़े ही हर्षोल्लास के साथ आदिवासी महिला पुरुष बच्चो ने मनाया।इसी क्रम में बेलछ ग्राम सभा के बीरांगना रानी दुर्गावती स्मारक स्थल पर आदिवासी वन बन्धु महिला पुरुष बच्चों ने अपने ईष्ट बड़ा देव का पुजन के पश्चात श्याम नारायण सिंह गोड़ प्रधान के कुशल नेतृत्व में बीरांगना रानी दुर्गावती स्मारक स्थल पुजा अर्चना के पश्चात माल्यार्पण कर बीरांगना महारानी दुर्गावती का जय कारो के साथ उनका जन्म दिवस बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। उनके जीवनी के उपर प्रकाश डालते हुए प्रधान ने बताया कि बीरांगना महारानी दुर्गावती का जन्म 1524 में उत्तर प्रदेश के बादा जिला कालिजंर दुर्ग पर कीर्तिवर्मन की एक लौती पुत्री नवरात्रि दुर्गा अष्मी के दिन ही हुआ था।इसी लिए इनका नाम बीरांगना महारानी दुर्गावती रखा गया था।जो अपने एतिहासिक पृष्ठभूमि से आज भी अजर अमर हैं।
इसी क्रम में सलखन ग्राम सभा के के स्मारक स्थल पर श्रीराम टेकाम के कुशल नेतृत्व में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ महारानी बीरांगना रानी दुर्गावती का जन्मोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ आदिवासी महिला पुरुष बच्चों ने भी धुमधाम से मनाया गया।आदिवासी सांस्कृतिक लोक नृत्य का भी आयोजन किया गया।जिसके मुख्य अतिथि नागेश्वर प्रसाद गोड़ और कार्यक्रम का संचालन श्रीराम टेकमा ने बड़े ही सुन्दर से किया।
उक्त अवसर पर मुख्य रुप से चुनमुन पूर्व प्रधान, रामबचन,श्याम ,प्रहलाद, चेत नारायण सिंह गौड़, सीतारा टेकमा, मंजू देवी, मुन्नी देवी इत्यादि लोग उपस्थित थे।