अमित पाण्डेय
सिंगरौली(मध्य प्रदेश)। जिले में मोरवा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम चकरिया निवासी एक 11 वर्षीय नाबालिग बालिका घर से बिना बताए टहलने निकली और पास के ही जंगल में जाकर भटक गई। जब देर शाम तक भी बालिका घर नहीं पहुँची तो उसके परिजन चिंतित हो उठे। काफी खोजबीन करने पर भी जब उसका कोई पता नहीं चला तो परिजनों ने मोरवा थाने पहुंचकर निरीक्षक कपूर त्रिपाठी को घटना से अवगत कराया। इस मामले में मोरवा निरीक्षक ने तत्काल धारा 137(2) बीएनएस दर्ज कर बालिका की तलाश शुरू कर दी।
पुलिस नाबालिग बालिका की खोजबीन के लिए पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता के निर्देश एवं एसडीओपी मोरवा कृष्ण कुमार पाण्डेय के मार्गदर्शन में कई पुलिस कर्मियों की टीम गठित की गई। जिनके द्वारा ग्रामीणों की निशानदेही पर ग्राम चकरिया के समीप सिलगुड़ी के जंगल में सर्च अभियान चलाया गया।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा पर इस घने जंगल में बालिका को ढूंढना काफी मुश्किल था परंतु देर रात मोरवा पुलिस बल को उसे ढूढ़ने में सफलता मिल गई। बताया जाता है कि 11 वर्षीय बालिका घने जंगल के बीच बैठकर रो रही थी। पुलिसकर्मियों ने उसे सुरक्षित उसके माता-पिता और भाइयों को सौंपते हुए रक्षाबंधन का तोहफा दे दिया इधर परिजन भी अपनी बच्ची को सुरक्षित प्रकार फुले नहीं समा रहे थे। उन्होंने तहे दिल से पुलिस कर्मियों का शुक्रिया अदा कर उनके काम की सराहना की।
वही नाबालिग बालिका को ढूंढने में उपनिरीक्षक ज्ञानेंद्र पटेल, सहा उपनिरीक्षक प्रवीण मरावी, संजीत सिंह, प्रधान आरक्षक संजय सिंह परिहार, अर्जुन सिंह, आरक्षक सुरेश परस्ते, महिला आरक्षक गायत्री शामिल रहे।