अमित मिश्रा
भगवान श्री कृष्ण मथुरा के लिए प्रस्थान हुए
सोनभद्र। श्री राम जानकी मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के षष्ठम दिवस कथा व्यास वृंदावन से पधारे आचार्य मनोहर कृष्ण महाराज के द्वारा षष्ठम दिवस की कथा का विस्तार से वर्णन किया गया कथा व्यास के द्वारा भगवान कृष्ण के द्वारा समस्त ब्रज गोपियों की इच्छा को पूर्ण करने के लिए अर्ध रात्रि में जमुना के किनारे महारास का दर्शन कराया आगे चलते हुए भगवान कृष्ण को अकरूर जी लेने के लिए आए भगवान कृष्ण मथुरा के लिए प्रस्थान करते हैं भगवान कृष्ण का मथुरा पुरी में भव्य स्वागत किया गया भगवान कृष्ण कुब्जा पर कृपा करते हैं कुवलियां पीड हाथी का वध किया चाणूर ओर मुसटिक का वध किया और कंस का उद्धार करके भगवान ने कारागृह से वसुदेव देवकी के सहित ऊग्रसेन जी को बंधन से मुक्त किया आगे चलते हुए भगवान कृष्ण उज्जैन नगरी जाकर के गुरु सांदीपनी के आश्रम में विद्या आध्यान किया वापस आए मैया यशोदा की याद आने लगी उद्धव जी महाराज मां यशोदा नंद बाबा से मिलने के लिए ब्रज की यात्रा प्रारंभ करते हैं उद्धव जी महाराज बड़े ज्ञानी थे लेकिन ब्रज गोपियों के प्रेम को देखकर के उनका ज्ञान फीका पड़ गया ब्रज गोपिया जो है भगवान कृष्ण से सच्चा प्रेम करती हैं आज का समाज घर परिवार बेटा बेटी से प्रेम करता है लेकिन ब्रज गोपिया भगवान कृष्ण को ही अपना सर्वस्व मान बैठी आगे चलते हुए द्वारिका पुरी का निर्माण और भगवान कृष्ण ने महाराज भीष्मक की बेटी रुक्मणी से अपना प्रथम विवाह संपन्न किया सभी भक्त बड़े धूमधाम से भगवान कृष्ण का प्रथम विवाह का आनंद लिया सुंदर झांकी का दर्शन किया।