म्योरपुर/पंकज सिंह
वन प्रभाग रेणुकूट के म्योरपुर रेंज क्षेत्र स्थित चर्चित लिलासी वन भूमि प्रकरण की जांच शनिवार की शाम वन , राजस्व और पुलिस की संयुक्त टीम ने की और शिकायत कर्ता वासुदेव गुप्ता से जानकारी भी ली। सी ओ दुद्धी प्रदीप सिंह चंदेल, तहसीलदार एम के यादव,और वन विभाग के वन दरोगा वाली संयुक्त टीम ने एक कथित दबंग द्वारा तत्कालीन राजस्व कानूनगो और लेखपाल से मिली भगत कर नाम की जमीन को मुख्य मार्ग किनारे वन भूमि पर दर्शा कर कब्जा करा देने के बाद यह मामला एक दशक से चर्चा में है लेकिन मामले का निस्तारण नहीं हुआ ।इस घटना के विरोध में आदिवासी महिलाएं पहले एक जुट हुई और कथित दबंग के विरोध में वन भूमि पर कब्जा किया। और सात साल पहले कब्जा हटाने गई पुलिस और वन विभाग की टीम पर आदिवासियो ने हमला किया,तत्कालीन थानाध्यक्ष और वन दरोगा घायल हो गए थे ।महिलाओ और पुरुषो पर शख्त कार्यवाही हुई।लेकिन दबंग की जमीन आज तक खाली नही कराई गई सी आई डी जांच भी हुआ। साल भर पहले एसडीएम ने आदेश दिया कि कब्जे की जमीन वन भूमि है उसे बेदखल किया जाए। इसके बाद वन विभाग कब्जे की वन भूमि को चिन्हित करने में लगा है।वन दरोगा विजेंद्र सिंह ने बताया कि सीमांकन कार्य चल रहा है जल्द ही रिपोर्ट डीएफओ को भेज दी जाएगी। वही सी ओ श्री चंदेल ने बताया कि डी आई जी के निर्देश पर जांच की गई जल्द ही रिपोर्ट शासन को भेज दी जाएगी।