अमित मिश्रा
कई मुद्दों को लेकर सपा सांसद ने केंद्रीय वित्त मंत्री को दिया पत्र और लोकसभा में उठाया प्रश्न
सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। सरकारी बैंकों के निजीकरण से आज देश का युवा वर्ग परेशान है,इसके साथ ही अनुसूचित जनजाति के लोगो को कृषि ऋण लेने के लिए बैंक का चक्कर लगाते-लगाते थक जाते है।उक्त बातें रावर्ट्सगंज लोकसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के सांसद छोटेलाल खरवार ने केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखा और सदन में आवाज उठाया है।
सपा सांसद ने बैंक के निजीकरण के कारण मौजूदा समय में कर्मचारियों के साथ-साथ ग्राहकों को तरह-तरह के परेशानियों को झेलना पड़ता है। निजीकरण ना किया जाए, आरक्षण के तहत युवाओं को नौकरी दिया जाए। बैंक व किसी जगह पर आरक्षण के तहत नौकरी दिए जाएं, सीधे भर्ती न किए जाए। निजीकरण से देश की युवा पीढ़ी परेशान है एवं मौजूदा सरकार के प्रति उनका आक्रोश बढ़ रहा है।
वित्त मंत्री का बैंक में हो रहे धांधली की ओर ध्यान आकर्षित कराते हुए सांसद ने कहा कि बैंक द्वारा जो लोन आमजनमानस लेता है वह आसानी से नही होता है। बैंक के चक्कर लगाते लगाते लोग थक जाते हैं फिर बैंक के दलालों से मिली-भगत से कुछ अंदर बात होने के बाद तब लोन पास होता है। देश में बड़े- बड़े लोगों को जैसे अडानी, अंबानी उद्योगपतियों को 3 या 4% पर आसानी से लोन मिलता है। तथा उनका पैसा सरकार द्वार माफ कर दिया जाता है। वही गरीब लोगो से लगभग 9 से 12% तक ब्याज लिया जाते है, और जबरन वसूला जाता है और नही देने पर जेल तक भेजा जाता है, जिससे गरीब, किसान, व्यापारी सभी लोग परेशान हैं।
उद्योगपतियों के तरह उपरोक्त सभी अनुसूचित जाति, अनुसूचित
अनुसूचित जनजाति, गरीब, किसान, मजदूर, व्यापारीयों सहित अन्य लोगो का कर्ज माफ किया जाए। इसमें सुधार करने की आवश्यकता है। देश-प्रदेश के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व मध्य वर्ग तथा सभी जाति के गरीब लोगों को सस्ता लोन कम ब्याज पर 30% सब्सिडी पर उपलब्ध कराना चाहिए तथा बकरी, भेड़, गाय, भैंस, कृषि, व्यवसायिक इत्यादि लोन देकर गरीबों का उत्थान करना चाहिए।
देश में सभी बड़े लोगों से टैक्स देते है तो वह पैसा बैंक में ही जाता है, उस पैसे से गरीबों को 30% सब्सिडी छूट देकर उत्थान करना चाहिए।