अमित मिश्रा
सोनभद्र। मोहर्रम के आशूरा के ताजिए का जुलूस हर बार की तरह इस बार भी परंपरागत तरीके से बड़े ही अकीदत व एहतेराम के साथ निकला आशूरा के दिन के जुलूस में नमाज़-ए-ज़ोहर बाद सबसे पहले रिजवी कटरा से ताजिया उठकर टैक्सी स्टैंड पर हीरा बाबा व कबीला टोला की ताजियों का मिलान हुआ। फिर मेन चौक पर नई बस्ती व ब्रह्म बाबा की ताजियों का मिलान हुआ। उसके बाद राहुल डॉक्टर के पास हमीद नगर की सभी ताजियों का मिलान हुआ। फिर सभी ताजिया कुआं वाले पार्क मे आकर बैठी। उसके बाद पुलिस चौकी होते हुए सभी ताज़िया सबस्टेशन से होते हुए पुनः चौक पहुँची। वहाँ मातम-सीनाजनी के बाद सीधे कर्बला पहुंची।
कर्बला में 72 शहीदों को दुआ ख्वानी व सलाम पेश किया गया। सभी अकीदत मंद कर्बला में अपनी अपनी फरियाद को लेकर रोते गिड़गिड़ाते व दुआ मांगते रहे।
ताजिया के जुलूस में क्या बूढ़े क्या बच्चे क्या जवान सब कर्बला की घटना को याद करके सभी की आंखें नम हो जा रही थी। सभी या हसन, या हुसैन-हक हुसैन, मौला अली के नारे लगाते नहीं थकते थे। बीच-बीच में नारे तकबीर व नारे रिसालत के भी नारे लगते रहे। मानो लग रहा था कि उन सभी में कोई गैब से जोश भर रहा हो।
जुलूस में सबसे आगे ढोल ताशे के कई समूह अपनी ढोल व नगाड़ों की थापों मे या हुसैन की ध्वनि सुनाई दे रही थी। वही अखाड़े में लोग अपनी कला का प्रदर्शन करने मे मशगूल थे।
इस मौके पर ताजियादार एसोसिएशन अहले सुन्नत वल जमात के सदर रोशन खान, सपापुर विधायक अविनाश कुशवाहा, सरपरस्त मुनीर खान वारसी, नायब सदर अशरफ अली, सेक्रेटरी एम ए सिद्दीकी एड, हिदायतुल्ला खान, मुश्ताक खान, हीरा बाबा वारसी, साजिद खान, सगीर वारसी, इमरान खान, कैफ वारसी, आशिफ खान, आलमगीर, शेरू, रिजवान वारसी, साई बाबा, फिरोज खान, बब्लू आदि हजारों की संख्या में अकीदतमंद मौजूद थे।