नई दिल्ली। भारत ने वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप में इतिहास रच दिया है। भारत के 18 वर्षीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने चीन के डिंग लीरेन को 14वीं और अंतिम बाजी में हराकर वर्ल्ड चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया है।
गुकेश की इस जीत ने भारत को गौरवान्वित किया है और उन्हें शतरंज विश्व खिताब जीतने वाले दूसरे भारतीय बना दिया है। उनकी उम्र महज 18 साल है, जो कि सबसे कम उम्र के विश्व शतरंज चैंपियन बनने का रिकॉर्ड भी है।
गुकेश ने अपनी जीत के बाद कहा, “यह मेरे लिए एक सपने के सच होने जैसा है। मैं अपने परिवार, कोच और टीम के सदस्यों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने मुझे इस मुकाम तक पहुंचाने में मदद की।”
गुकेश की जीत ने भारत में शतरंज के प्रति रुचि को बढ़ावा देने की उम्मीद जगाई है। यह जीत भारतीय शतरंज खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत होगी।
गुकेश की जीत के बाद, भारतीय शतरंज संघ ने उन्हें बधाई दी है। संघ के अध्यक्ष ने कहा, “गुकेश की जीत एक ऐतिहासिक पल है और हमें इस पर गर्व है।”
गुकेश की जीत ने भारत को विश्व शतरंज में एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। यह जीत भारतीय शतरंज खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा का स्रोत होगी और उन्हें विश्व स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए प्रोत्साहित करेगी।