मनीष
श्री विंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष मंत्री ने दी जानकारी
भक्तों की उमड़ रही भीड़ को देखते हुए लिया गया निर्णय
मिर्जापुर। विंध्याचल धाम में आषाढ़ माह शुक्ल पक्ष में गुप्त नवरात्रि के दौरान उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए श्रीविंध्य पंडा समाज ने पंचमी और छठ तिथि पर मां विंध्यवासिनी के चरण स्पर्श पर रोक लगाने की जानकारी दी है । पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी एवं मंत्री भानु पाठक ने संयुक्त रूप से जारी बयान में कहा है कि प्रतिदिन सुबह मां विंध्यवासिनी के चरण स्पर्श का मौका भक्तों को मिल रहा था। भीड़ को देखते हुए 11 से 12 जुलाई तक चरण स्पर्श बंद रहेगा।
माता विंध्यवासिनी के धाम में प्रतिदिन भारी संख्या में भक्त मां के दरबार में दर्शन पूजन करने आ रहे हैं । मौसम का मिजाज बदलने के साथ ही धाम में गुप्त नवरात्रि के दौरान आने वाले भक्तों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ है। भक्तों की उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए उनके दर्शन पूजन में कोई व्यवधान न हो इसके लिए श्री विंध्य पंडा समाज ने गर्भ गृह के अंदर जाकर पूजन एवं चरण स्पर्श करने पर रोक लगाया है । गर्भगृह में भक्तों के जाने के कारण झांकी से दर्शन करने वाले एवं कतार में लगकर दर्शन करने वाले भक्तों को दिक्कत होती थी । जिसे संज्ञान में लेकर रोक लगाया गया है।
मां की मूर्ति के सामने खड़े भक्त के कारण अन्य भक्तों को दाएं बाएं से मां की छवि निहारने का मौका मिलता है। भक्तों की आस्था को ध्यान में रखते हुए दो दिन के लिए चरण स्पर्श पर रोक का निर्णय लिया गया है। विंध्य कॉरिडोर निर्माण होने के साथ ही मां के धाम में आने वाले भक्तों की संख्या में इजाफा हुआ है। कॉरिडोर का काम लगभग पूर्णता की ओर है । मां के धाम की निराली छवि और मां के दयामयी स्वरूप का दर्शन करने के लिए भक्त दूरदराज से मां के धाम में पहुंच रहे हैं।
मंदिर के प्रति भक्तों की आस्था का आकलन इसी से किया जा सकता है की मुंबई के उद्योगपति और भदोही निवासी संजय सिंह ने माता पिता के संकल्प को पूरा करने के लिए मां विंध्यवासिनी के मंडप को चांदी से बदलकर सोने का लगवाया है। मां के धाम में आने वाले भक्तों की सुविधा के लिए पंडा समाज के साथ ही जिला प्रशासन मुस्तैद है।