बद्री प्रसाद गौतम
बीमारी हालत में पति जेल में है बंद
सलखन(सोनभद्र)। सदर कोतवाली क्षेत्र राबर्ट्सगंज के गौरी निस्फ(केकराही) ग्राम की दलित महिला उर्मिला ने विपक्षी श्याम सुंदर विश्वकर्मा द्वारा जमीन की पुरानी रंजिश को लेकर महिला के पति भागवत को फर्जी मुकदमे में फंसाकर जेल भेजने पर पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है।
महिला के पति की उम्र पचास साल के लगभग है। वह अपने दो बालिग और दो नाबालिग कुल चार बच्चों व पति के साथ गरीबी में मजदूरी करके किसी प्रकार अपना और बच्चों का भरण पोषण करती है।
अनुसूचित जाति की पीड़ित महिला उर्मिला ने बताया कि बीते बीस सितंबर को गांव के ही विपक्षी श्याम सुंदर विश्वकर्मा के घर पर ग्रामीणों द्वारा पंचायत हुई, जिसके दरम्यान आस पास के लोगों से मालूम हुआ कि उसकी अविवाहित बेटी दीपा शादी से पूर्व ही गर्भवती हो गई है, जिसका उसने तेईस सितंबर को गर्भपात करवाकर उसके पति भागवत चमार को राबर्ट्सगंज कोतवाली से झूठा मुकदमा लिखवाकर जेल भेजवा दिया।
इस पर पीड़िता ने राबर्ट्सगंज पुलिस को पूरी बात बताई लेकिन विपक्षी के विरुद्ध कोई कार्यवाही नही की गई। अंत में निराश होकर महिला ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जिसके हस्तक्षेप पर कोतवाली राबर्ट्सगंज में एससी-एसटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत हुआ। पीड़िता का पति दो माह से कारागार में बंद है। उधर राबर्ट्सगंज पुलिस के अनुसार गर्भपात कराए दीपा के भ्रूण व उसके पति के डीएनए का सैंपल विधि विज्ञान प्रयोगशाला को भेजा गया है, जिसका जॉच रिपोर्ट पुलिस अथवा कोर्ट को अभी तक प्राप्त नहीं हुई है।
पीड़िता ने बताया कि उसके पति अभी बीमारी की हालत में जेल में बंद हैं। जिनको जमानत पर रिहा करने के लिए न्यायालय में गुहार लगाई है। उसने लिखित तहरीर देकर पुलिस अधीक्षक से उचित कार्यवाही करने की मांग की है।