कम्पोजिट विद्यालय की सफाई के दौरान बिजली करेन्ट की चपेट में आई रसोईया

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अमित मिश्रा

सीएचसी वैनी में चला रहा रसोईया का उपचार

गांवो में सफाईकर्मी नही पहुचते इसकी खुली पोल

सोनभद्र । विकास खण्ड नगवां के ग्राम पंचायत आमड़ीह सरकारी कम्पोस्ट विद्यालय पर कार्यरत रसोईया से अध्यापक द्वारा विद्यालय की साफ – सफाई कराया जा रहा था, इस दौरान रसोईया रिता पत्नी साधु नीचे लटक रहे बिजली के तार की चपेट में आ गई ,जिसे अध्यापक व ग्रामीणों की मदद से सीएचसी वैनी पहुचाया गया,जहां उसका उपचार चल रहा है। यहाँ यह बात स्पष्ट हो गया है कि ग्रामीण सफाईकर्मी अपने दायित्त्वों का निर्वहन नही कर रहे जिससे गांवो में गंदगी का अम्बार व सरकारी विद्यालयों का शौचालय गन्दा रहता है।

आपको बता दे की 25 जून से विद्यालय खोलने का आदेश है विद्यालय खुलते ही साफ सफाई की जिम्मेदारी ग्रामीण सफाई कर्मचारियों की होती है। वही ग्रामीण सफाई कर्मी के न पहुचने पर विद्यालय की सफाई अध्यापक द्वारा रसोईया से करवाई जा रही थी। यह संयोग अच्छा रहा कि कोई बड़ी घटना घटित नही हुई।

नगवां ब्लॉक के ग्रामीण सफाई कर्मचारी अपने ब्लॉक अपने गाँव में तैनाती कराकर केवल धौंस जमाने का काम करते हैं और यह सब एक ही जगह पर लगभग 15 वर्षों से कार्यरत लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है जबकि शासनादेश है कि एक जगह पर अधिकतम पांच वर्ष तक ही रह सकते हैं लेकिन यहां के सफाई कर्मचारियों का सुध लेने वाला कोई नहीं है। अगर सफाई कर्मचारी अपने कर्तव्य का निर्वहन करते तो शायद आमड़ीह विद्यालय में रसोईया के साथ यह घटना नही घटती।

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