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बीएचयू न्यूरोलॉजी विभाग ने मनाया प्रोफेसर केएन उडप्पा की जयंती

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शिवम गुप्ता

आयोजित हुआ “तंत्रिका संबंधी विकारों में हालिया प्रगति 2024” नामक व्याख्यान

हमारी आयुर्वेद पद्धति को विदेश भी अपना रहा है: राज्यमंत्री डॉक्टर दयाशंकर मिश्र “दयालु”

IANCON 2025 के लोगो का अतिथियों ने किया अनावरण

वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के आईएमएस न्यूरोलॉजी विभाग द्वारा आयोजित केएन उडप्पा के 104 वीं जयंती पर “तंत्रिका संबंधी विकारों में हालिया प्रगति 2024” नाम से व्याख्यान का आयोजन किया गया. जिसमें देश के कई कोनों से तमाम न्यूरोलॉजिस्ट पहुंचे। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पद्मश्री प्रोफेसर के.के. त्रिपाठी, विशिष्ठ अतिथि राज्यमंत्री डॉ. दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ आईएमएस निदेशक प्रो. एस. शंखवार, आमंत्रित अतिथि में जीबी पंत हॉस्पिटल दिल्ली के प्रोफेसर देवाशीष चौधरी, इंडियन एकेडमी ऑफ न्यूरोलॉजी के सचिव प्रोफेसर यू मीनाक्षी सुंदरम, दिल्ली एम्स न्यूरोलॉजी के प्रोफेसर अचल कुमार श्रीवास्तव सहित दर्जनों अन्य विशेषज्ञ मौजूद रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत महामना की प्रतिमा पर माल्यार्पण और कुलगीत से हुआ। उसके बाद महामानव डॉक्टर के. एन. उडप्पा को याद किया गया। पद्मश्री प्रोफेसर के.के. त्रिपाठी ने उनसे जुड़ी यादें साझा की और बताया कि कुशल चिकित्सक के अलावा वह एक मृदुल स्वभाव के व्यक्ति थे। उन्हें देखकर कई छात्र चिकित्सक बने और देश के विभिन्न क्षेत्रों में नाम रौशन कर रहे है। उन्होंने कहा कि वह एक जनरल सर्जन होते हुए कभी डिपार्टमेंट के लफड़े में नहीं पड़े, जिस मरीज को ज्यादा पीड़ा में देखते वह उसका इलाज शुरु कर देते, उनके लिए मरीजों का इलाज ही सब कुछ था। मरीजों के चेहरे पर मुस्कुराहट ही उनकी पूंजी थी।


अतिथियों ने इस दौरान न्यूरोलॉजी की ओर से अगले वर्ष 2025 में वाराणसी में होने वाले IANCON 2025 के लोगो का अनावरण भी किया. जिसे वाराणसी के सुप्रसिद्द फोटोग्राफर मनीष खत्री ने डिजाइन किया है।

अपने उद्बोधन में आयुष मंत्री डॉक्टर दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने कहा कि काशी के घाट और काशी की सेवा करने का फल है कि हम आयुष मंत्री बने और मुझे सेवा करने का अवसर मिला। उन्होंने प्रोफेसर विजयनाथ मिश्र के कार्यों की सराहना की और बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोगों ने अपनाया है। आज आयुष मंत्रालय में छह विभाग है, हर रोज हम सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बेहतर करने की कोशिश कर रहे है। हमारी आयुर्वेद की पद्धति को आज विदेशों में भी अपनाया जा रहा है।उन्होंने कहा कि अगले वर्ष होने वाले कॉन्फ्रेंस से उम्मीद है कि हमारे चिकित्सकों को नई दिशा मिलेगी।

कार्यक्रम में अपनी अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए आईएमएस निदेशक प्रो. एस शंखवार ने कहा कि एशिया की सबसे बड़ी आवासीय विश्वविद्यालय होने के साथ आज बीएचयू का सर सुंदरलाल अस्पताल मरीजों के मन में उम्मीद का भाव रखता है, यह हमारे लिए बड़ी बात है। हम हर रोज नए शोध और चिकित्सा की नई पद्धति को अपनाने के लिए संकल्पित है, जिसमें हमें हमारे सभी विभाग के लोगों का सहयोग मिल रहा है। उन्होंने अगले वर्ष होने वाले कॉन्फ्रेंस की सफलता के लिए अग्रिम शुभकामना दी।


अतिथियों का स्वागत न्यूरोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर विजयनाथ मिश्र ने किया. स्वागत भाषण प्रोफेसर आरएन चौरसिया, धन्यवाद प्रोफेसर दीपिका चौधरी ने किया। इस दौरान विभाग के डॉक्टर अभिषेक पाठक, वरुण सहित सभी चिकित्सक, कर्मचारी, छात्र मौजूद रहे।

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