शिवरात्रि स्पेशल

नाथ सम्प्रदाय की है यह मन्दिर
मुगलकाल में 13 सौ साल पहले बनी थी मंदिर
प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) । नमः शिवाय नमस्तुभ्यं । देवाधिदेव महादेव के शिवालयों की बात करें तो पूरे देश में कई स्थानों पर देखने को मिलेंगी। मगर संगम नगरी प्रयागराज में कुछ ऐसे शिवालय हैं जो पुराणों में वर्णित होने के साथ-साथ अलौकिक और दैविक शक्तियों से परिपूर्ण है।प्रयागराज में कुछ ऐसे ही शिवालयों की चर्चा हम करेंगे। जिनमें से एक शिवालय नाथेश्वर धाम है।इस शिवालय की सबसे खास बात यह है कि लगभग 13सौ साल पहले इस मंदिर में जब सृष्टि की रचना की जा रही थी उस वक्त नात संप्रदाय की ओर से यह शिवलिंग इस मंदिर में स्थापित की गई उस वक्त मुगल काल का साम्राज्य था।
इस मंदिर में स्थापित की गई शिवलिंग किसी मनुष्य द्वारा नहीं हुई है। बलकि इस मंदिर में मुगल काल द्वारा दीवारों पर लिखी गई कुछ कलाकृति अभी शामिल है जिसको देखने से लगता है कि मुगल काल के समय इस मंदिर को बनावाया गया था, इस मंदिर की एक चमत्कारिक बात यह भी है कि इस शिवलिंग को स्पर्श करने के बाद शांति मिलती है यहां पर मंदिरों में लगे ताले को लगाकर लोग अपनी मन्नतें मांगते है और ताले को बंद करते हैं और मन्नत पूरी होने के बाद ताले को खोलते हैं इस मंदिर में हजारों ताले आज भी बंद होते और खुलते हैं। हालांकि यह मंदिर अब यहां के महंत शिवम मिश्रा की देखरेख में है, जिन्होंने मंदिर का जीर्णोद्धार कराया है। इस मंदिर में प्रतिदिन संध्या आरती के साथ-साथ पूजन अर्चन किया जाता है साथ ही लोग अपने कष्टों को दूर करने के लिए इस मंदिर में रुद्राष्टकम आदि करते हैं महाशिवरात्रि को देखते हुए इस मंदिर में पहले से सारी तैयारियां शुरू कर दी गई इस मंदिर में भव्य आरती का आयोजन भी किया जा रहा है आइए हम जानते हैं इस मंदिर की खासियत।
बाईट,, शिवम मिश्रा ( नाथेश्वर नाथ मंदिर के महंत )
बाइट नाथेश्वर नाथ मंदिर के
मंदिर के पुजारी
बाईट,,, स्थानीय लोग
