सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। वर्षा जल संरक्षण की महत्ता के दृष्टिगत शासकीय व अर्द्धशासकीय भवनों पर रूपटाप रैन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना गुणवत्ता पूर्ण तरीके से पूर्ण किया जाय। उक्त बातें जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह ने मुख्यमंत्री लघु सिंचाई योजनान्तर्गत वर्षा जल संरक्षण की महत्ता पर अयोजित बैठक में कहा।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री लघु सिंचाई योजना के अन्तर्गत वर्षा के जल संरक्षण व रिचार्ज की महत्ता के दृष्टिगत शासकीय/अर्द्धशासकीय भवनों पर रूफटाप रेन वाटर हार्वेस्टिंग प्रणाली की स्थापना हेतु कार्ययोजना तैयार कर ली जाये, रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की स्थापना बड़े-बड़े संस्थान जहां पर अब तक रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित नहीं है, उन स्थलों के लिए कार्ययोजना बना ली जाये। इस दौरान उन्होंने कहा कि कलेक्ट्रेट परिसर में भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को स्थापित करने के सम्बन्ध में कार्ययोजना तैयार कर ली जाये।
उन्होंने कहा कि जनपद के उन तालाबों का गहरीकरण व जीर्णोद्धार का प्रस्ताव बनाया जाये, जहां पर जहां पर नदियों या नहरों के माध्यम से पानी तालाबों में पहुंच रहा हो, जिससे कि उस तालाब का पानी हमेशा रिचार्ज की स्थिति में बना रहें। इस दौरान उन्होंने जिले में स्थापित चैकडेमों की स्थिति की जानकारी ली और सम्बन्धित को निर्देशित किया कि चैकडैम के निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण तरीके से सुनिश्चित किया जाये, इसमें किसी प्रकार की शिथिलता व लापरवाही न बरती जाये।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी सौरभ गंगवार, अधिशासी अभियन्ता लघु सिंचाई, अवर अभियन्ता लघु सिंचाई राहुल कुमार , अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत प्रदीप सिंह, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार सिंह सहित अन्य सम्बन्धितगण उपस्थित रहें।
