सीडीपीओ और आंगनबाड़ी कार्यकत्री को दिए कार्य मे सुधार लाने का निर्देश
सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। जनपद में कुपोषित बच्चो की सच्चाई जानने के लिए जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह ने आज चोपन विकास खण्ड के ग्राम पंचायत कोटा के कजरहट गांव का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान जिलाधिकारी ने गांव के कुपोषित बच्चों की स्थिति को घर-घर जाकर स्वयं देखा।
इस दौरान गांव के कई कुपोषित बच्चों के माताओं से गांव में बटने वाले पोषाहार व अन्य सामग्री वितरण के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की और मौके पर उपस्थित आंगनबाड़ी द्वारा गांव के कुपोषित बच्चों के देख-रेख, खान-पान, दवा इलाज की स्थिति के सम्बन्ध में जानकारी ली, तो आंगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया। जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि कार्य पद्धति में सुधार लाये अन्यथा की दशा में कड़ी कार्यवाही की जायेगी। इसी प्रकार से सीडीपीओ से गांव के कुपोषित बच्चों के बारे में जानकारी की तो, उनके द्वारा भी संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया, जिस पर जिलाधिकारी ने सीडीपीओ को निर्देशित करते हुए कहा कि गांव के कुपोषित बच्चों की स्थिति में सुधार के लिए कार्य किये जाये न की कागजी कोरम की पूर्ति के कार्य न किये जाये, कार्य धरातल पर दिखना चाहिए।

जिलाधिकारी ने कहा कि कुपोषित व अति कुपोषित बच्चों को बेहतर ढंग से देख-रेख, पोषाहार व दवा-इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये, ताकि बच्चें जल्द से जल्द स्वस्थ्य हो सके। इस दौरान उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि अपने अधीनस्थों बाल विकास परियोजना अधिकारी के माध्यम से सभी गांवों में भ्रमण कराते हुए पोषाहार व अन्य सामग्री का वितरण अपनी देख-रेख में कराना सुनिश्चित करें, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही व शिथिलता न बरती जाये, अन्यथा की दशा में सम्बन्धित अधिकारी व कर्मचारी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी।
