राजन गुप्ता
मिर्जापुर(उत्तर प्रदेश)। नूतन नववर्ष पर विंध्याचल धाम में उमड़ी भक्तों की भीड़ माता विंध्यवासिनी का दर्शन पूजन के साथ नव वर्ष का स्वागत कर रही है। लक्ष्मी स्वरूपा माता विंध्यवासिनी का पूजन अर्चन कर जीवन में खुशहाली की कामना करते हुए नमन किया । भक्तों ने विश्व को प्रिय और विश्व को अपने अनुकूल करने वाली माता लक्ष्मी से सबकी कामना पूर्ण करने का प्रार्थना किया। भक्तों ने सबके हंसी खुशी जीवन बिताने की कामना की ।
नूतन नववर्ष के आगमन पर नयी खुशियाँ, नये उल्लास की कामना के साथ लोगों ने नववर्ष का स्वागत किया । रविवार से आरम्भ नये वर्ष की पहली किरण धरती पर बादलों से छनकर पड़ी। आसमान में छाए बादलों की चादर तान कर सूर्य निकले। लाखों की संख्या में भक्तगण जगत जननी आदिशक्ति माता विंध्यवासिनी के धाम में पहुंचे । भारी भीड़ के चलते लोगों को कतार में घंटों लगने के बाद माता के दरबार में हाजिरी लगाकर दर्शन पूजन कर प्रार्थना करने का मौका मिला । हांथ में नारियल, चुनरी फूल माला, प्रसाद और कलावा लेकर डटे भक्तो ने जयकारा लगाकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराया । माता के धाम में पहुंचें भक्त नववर्ष के पहले दिन लक्ष्मी स्वरूपा माता विंध्याचल रानी का एक झलक पाकर मन्त्र मुग्ध रहे । माता के दर पर हाजिरी लगाने के बाद भक्तो को यह विश्वास है कि नया साल माँ की कृपा से कुशलता पूर्वक बीतेगा ।
तीर्थ पुरोहित तेजन गिरि ने बताया कि जगत जननी के धाम में दर्शन करने से भक्तो की सारी मनोकामना पूरी होती है । भक्तों ने अपने परिवार की कुशलता के साथ ही जगत में शान्ति , सौहार्द ,भाईचारा एवं विकास की कामना किया । मंदिर पर उमड़ी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मजिस्ट्रेट एवं पुलिस बल की तैनाती की गई है। तमाम भक्तों ने झांकी से ही माता विंध्यवासिनी के दरबार में हाजिरी लगाया । माता के दरबार में नववर्ष के पहले दिन 4 से 5 लाख भक्त हाजिरी लगाने आते हैं । मां सभी की मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं ।
