सोनभद्र(उत्तर प्रदेश)। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय आवाहन पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पर पंहुच कर प्रदर्शन करते हुए देश में राज्यपाल पद को समाप्त करने की मांग को लेकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
भाकपा नेताओं कहा कि हमारे संविधान ने देश को एक संघीय ढांचा प्रदान किया है ।जिसमें राज्यों के अपने अधिकार हैं। परंतु आर एस एस और भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय सरकार इस संघवाद , जो कि हमारे संविधान की एक बुनियादी विशेषता है ,को समाप्त करना चाहती है और उसके लिए निरंतर कोशिश कर रही है।उसकी मंशा है कि संघवाद का ढांचा समाप्त हो और उसके स्थान पर एक एकात्मक ढांचा थोप दिया जाए ।
भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय सरकार गैर भाजपा राज्यों में राज्यपालों के जरिए लगातार अस्थिरता पैदा करने की कोशिश कर रही है और राज्य सरकारों के अधिकारों पर अतिक्रमण कर रही है। इसके उदाहरण बड़े पैमाने पर केरल , तमिलनाडु और तेलंगाना में देखे जा सकते हैं ।
जिसका नतीजा यह भी है कि बड़े पैमाने पर आम जनता राज्यपालों के राजनीतिक दुष्कृत्यों को देख रही है और समझ रही है और बड़े पैमाने पर उसका विरोध कर रही है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने स्पष्ट मांग करती है कि हर राज्यपालों को और उनके पदों को अविलंब समाप्त कर दिया जाए , ताकि देश में स्वस्थ लोकतंत्र की रक्षा की जा सके।
इस दौरान भाकपा के जिला सचिव कामरेड आरके शर्मा, कामरेड अशोक कुमार कन्नौजिया , कामरेड बसावन गुप्ता, कामरेड दिनेश्वर वर्मा , कामरेड राम रक्षा धांगर, कामरेड अमरनाथ बिंद व कामरेड रमा शंकर आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
