देश के कई शहरों में आधा दर्जन लोगो पर दर्ज करा चुका भतीजी से रेप का केस , कानपुर में व्यापारी को भेजा था जेल
कानपुर(उत्तर प्रदेश)। देश मे आपने अभी तक हनीट्रैप के कई मामले सुने और देखे होंगे मगर अब हम आपको एक ऐसे हनीट्रैप गैंग के बारे में बताने जा रहे है जहाँ बर्खास्त शातिर सिपाही अपनी एके 47 वाली भतीजी व अन्य साथियों के साथ मिलकर गैंग को चला रहा है वैसे तो हनीट्रैप गैंग में शामिल लोग काफी शातिर होते है मगर जब अपराधियों को पकड़ने वाली पुलिस का दिमाग भी इस गैंग के साथ मिलकर काम करता है तो ये गैंग और ज्यादा खतरनाक हो जाती है,,कानपुर में ऐसा ही एक गैंग सामने आया है जिसने अभी तक एक नही तो नही बल्कि आधा दर्जन से अधिक व्यपारियो और अधिकारियों को अपने ट्रैप का शिकार बनाया है,,, हैरानी तो यह है कि बर्खास्त सिपाही खुद अपनी एके-47 वाली भतीजी को सामने लाकर लोगों को अपने हनीट्रैप का शिकार बनाता है।
सोशल मीडिया पर अपनी एके-47 के साथ फोटो खिंचवाने वाली यह भतीजी एके-47 के नाम से चर्चित है। कानपुर के बिल्डर व्यापारी को भी इस भतीजी ने अपने जाल में फसाया था लेकिन जेल से छूटने के बाद इस व्यापारी ने इसके पूरे रैकेट का खुलासा किया तो पुलिस ने बर्खास्त सिपाही उसकी भतीजी वाले गैंग पर एफआईआर दर्ज करके कार्रवाई शुरू की गई। इस गैंग ने दो राज्यों में अब तक छह से अधिक शिकार सामने आ चुके है। सीमा ने अपने बर्खास्त सिपाही चाचा रविंद्र सिंह राजपूत के साथ मिलकर कानपुर के व्यापारी को भी अपने जाल में फंसाया था। रविंद्र सिपाही होते हुए भी राखी मौरंग का काम करता था। हरिशचंद का भी कल्याणपुर में राखी मौरंग का थोक कारोबार है इसी चक्कर में उसकी व्यापारी से दोस्ती हुई थी। इस दोस्ती में ही उसने पहले व्यापारी से ढाई लाख रुपया मौरंग के लिए एडवांस में लिया फिर व्यापारी ने पैसा मांगा तो उसने अपनी भतीजी सीमा को सामने करके हनीट्रैप के जाल में उलझा दिया।
जानकारी के मुताबिक सीमा ने उसे कई बिल्डरों को मोरग सप्लाई के ऑर्डर दिलवाने के नाम पर एक होटल में बुलाया लेकिन वहां उसकी हरकतें देखकर रिसेप्शसन के पास से ही बाहर निकल के भाग गए इसके बाद सीमा ने व्यापारी के ऊपर गलत काम करने का आरोप लगाया और रविंद्र ने भतीजी के द्वारा कल्याणपुर थाने में व्यापारी के ऊपर रेप की एफ आई आर दर्ज करा कर व्यापारी को जेल भिजवा दिया,, इसके बाद सीमा और रविंद्र हरिचंद की पत्नी से समझौते के नाम पर 50 लाख की डिमांड करते रहे तीन महीने बाद जब व्यापारी जेल से छूट के आया तो उसने सीमा और सिपाही रविंद्र का पूरा रिकॉर्ड खोजना शुरू किया इस दौरान उरई,छतरपुर भोपाल जैसे शहरों में उनको छह पीड़ित व्यापारी अधिकारी मिले जिन पर सीमा ने रविंद्र के साथ मिलकर रेप के मुकदमे दर्ज कराए थे।

इस सम्बंध में एएसपी कल्याणपुर विकास पाण्डेय ने बताया कि जिस तरह हनी मीठा होता है खूबसूरत लड़कियां की तासीर भी ऐसी ही होती हैं शायद इसीलिए व्यापारी और बड़े लोग हनीट्रैप का इनका शिकार बन जाते हैं और अगर कार्यवाही करने वाले पुलिस वालों का दिमाग भी इसमें शामिल हो जाए तो गैंग का शातिर अंदाज किसी को भी शिकार बना सकता है ऐसे में लोगों को उनकी समझदारी ही इस गैंग के चंगुल से निकाल सकती हैं अब देखना ये है कि पुलिस कब इनको गिरफ्तार करती है क्योंकि संभावना यही है कि जेल से बाहर है तो कोई न कोई व्यापारी इनके टारगेट में फिर सेट हो रहा होगा।
