घोरावल(सोनभद्र)। स्थानीय कोतवाली क्षेत्र के नेवारी गांव में दो दिनो पहले पांच लाख रुपये की कथित लूट का पुलिस ने बुधवार को खुलासा किया। पुलिस के मुताबिक 26 दिसंबर सोमवार की देर शाम बंदरदेवा गांव निवासी ओमप्रकाश मौर्या ने पुलिस को सूचना दी थी कि वह चंदौली जिले के एक बीज कंपनी के लिए काम करता है और उसी कंपनी के पांच लाख रुपये घोरावल नगर से सटे एक गल्ला व्यापारी के यहां से वसूलकर झोले में लेकर बाइक से घर बन्दरदेवा जा रहा था। उसी दौरान करीब पौने छह बजे जब वह नेवारी गांव पहुंचा तो दो बदमाशों ने, जो पल्सर पर बैठे थे औऱ मुंह पर कपड़ा बांधे हुए थे उसे नेवारी गांव में उसे असलहा दिखाकर उसके झोले में रखे 5 लाख रुपये लूट लिए। ऐसी सूचना सुनकर पुलिस हरकत में आ गई। पुलिस घटनास्थल पर पहुंच कर जांच पड़ताल शुरू की। पुलिस ने जब ओमप्रकाश से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने रुपये हड़पने के लिए लूट की बात बताकर पुलिस को झूठी सूचना दी ऐसा मामला प्रकाश में आया।
वहीं चंदौली जिला के आरएस सीड्स फार्म एंड रिसर्च सेंटर भीसमपुर, चकिया के मालिक मनोज कुमार मौर्या ने बताया कि वह बबुरी थाना क्षेत्र के बरौनी कला का निवासी हैं।घोरावल तहसील क्षेत्र के बंदरदेवा गांव निवासी ओमप्रकाश मौर्या पुत्र स्व गंगाराम उसके कंपनी के लिए किसानों से बीज के लिए अनाज खरीददारी करता है और बतौर कमीशन एजेंट का काम करता है। मनोज कुमार ने घोरावल क्षेत्र के सिरसाई गांव में एक अनाज व्यापारी को करीब 360 क्विंटल चना व मटर लगभग 3 सप्ताह पूर्व बेचा था। जिसका कुछ भुगतान हो गया था और 5 लाख रुपये गल्ला व्यापारी के यहां बकाया था। मनोज ने 26 दिसंबर को ओमप्रकाश को फोन कर गल्ला व्यापारी के यहां से 5 लाख रुपये भुगतान लेने को कहा। ओमप्रकाश ने 26 दिसंबर को करीब पौने पांच बजे गल्ला व्यापारी से 5 लाख रुपये ले लिया और वहां से निकल गया। ओम प्रकाश अपनी बाइक पर एक झोला में 5 लाख रुपये लेकर अपने घर बंदरदेवा के लिए बाइक से रवाना हुआ लेकिन रास्ते में घोरावल कोतवाली के नेवारी ग्राम स्थित मोड़ पर दो बदमाशों द्वारा तमंचा सटाकर रुपये से भरा झोला लूट लेने तथा उसका एक मोबाइल लेकर चले जाने की सूचना 112 नम्बर पर दी गई।जबकि कोतवाली पुलिस को 7:45 बजे रात घटना केेे बारे में बताया। पुलिस ने मामले को गंभीरता पूर्वक लिया तथा ओम प्रकाश से पूछताछ की। जिसमें मामला प्रथम दृष्टया संदिग्ध लगा। ओमप्रकाश ने लूट की घटना 5:45 बजे का बताया था जबकि दुकानदार से रुपये लेकर एक घंटे में ओमप्रकाश अपने घर जाकर लौट सकता था, उसके मोबाइल की सीडीआर में भी मामला संदिग्ध लगा। उसके दोनों मोबाइल मात्र दो सेकेंड के अंतर में स्विच ऑफ किए गए थे। कड़ाई से पूछताछ पर घोरावल कोतवाली पुलिस ने 5 लाख रुपये बरामद किया। ओमप्रकाश ने बताया कि कंपनी का रुपया देखकर उसका नियत डोल गया था। फर्जी सूचना पुलिस को दिया था। इस संबंध में कोतवाली पुलिस लोक सेवक को फर्जी सूचना देकर परेशान करने सहित अन्य धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर लिया है। तथा रुपये को बीज कंपनी के प्रोपराइटर मनोज कुमार के हवाले कर दिया। इस मामले में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक गोपाल जी गुप्ता, कस्बा चौकी प्रभारी वंश नारायण राय एवं पुलिस की टीम सक्रिय रही। इसके बाद उसने फर्जी लूट की सुचना पुलिस को दे दी।
इस सम्बंध में सीओ संजीव कटियार ने बताया कि 5 लाख रुपये बरामद कर बीज कंपनी के संचालक मनोज मौर्या को सौंप दिया गया है। वहीं आरोपित लूट की मनगढ़ंत साजिश रचने वाले कमीशन एजेंट ओमप्रकाश मौर्या निवासी बन्दरदेवा का चालान कर दिया गया है।

इनसेट बॉक्स: लूट की झूठी सूचना देने वाले इस मामले में आरोपित ओम प्रकाश मौर्या ने बताया कि गल्ला व्यवसाई किसानु से रुपये लेकर वह पहले घर की ओर जा रहा था। जहां नियत डोल जाने के कारण वीरमति महाविद्यालय केवली के नजदीक एक पिलर वाले गड्ढे में तीन लाख रुपये झोले में रखकर छुपा दिया था और शेष बचे दो लाख रुपये को अपने एक भाई के घर जाकर रख दिया था।
