मिर्जापुर(उत्तर प्रदेश)। जनपद में पीआरडी के जवानों ने वेतन बढोत्तरी को लेकर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री को संबंधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौपा। इस दौरान पीआरडी जवानो ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पीआरडी जवान आजाद हिन्द फौज के नाम से जाना जाता था जिसका अब परिवर्तित नाम प्रान्तीय रक्षक दल जो नेताजी सुभाष चन्द्र बोस द्वारा बनाया गया था। हमारी प्रमुख मांग है कि दैनिक भत्ता को बढ़ाया जाय, गृह विभाग से जोड़ते हुए जिले कमांडेंट नियुक्त किया जाय।
पीआरडी जवानों ने ज्ञापन माध्यम से बताया कि इस समय वर्तमान में दैनिक भत्ता 395 रुपये मिलता है जिससे परिवार का पालन पोषण करना बहुत ही मुश्किल है। पीआरडी जवान का 2023 में उच्च न्यायालय से हाईकोर्ट से होमगार्ड के समान सुविधाएं देने के लिए आर्डर हो चुका है लेकिन एक वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी हाईकोर्ट का आदेश लागू नही किया गया।
प्रदेश के पीआरडी जवान पुलिस एवं होमगार्ड के साथ कंधे से कंधा मिलाकर थाना, ट्रैफिक ड्यूटी और सरकारी कार्यालय में ड्यूटी कर रहे है लेकिन उन्हें दैनिक भत्ता सिर्फ 395 रुपये ही मिलता है जबकि उत्तराखंड सरकार जहां पीआरडी जवानों को वर्तमान में 650 रुपए प्रतिदिन दैनिक भत्ता दे रही है। इसके साथ ही रिटायरमेंट होने पर एक लाख प्रोत्साहन राशि व 180 दिवस का अवकाश दिया जा रहा है परंतु उत्तर प्रदेश के पीआरडी जवान इन सुविधाओं से वंचित है।
प्रान्तीय रक्षक दल विभाग में आईपीएस रैंक की नियुक्त करते हुए जिला स्तर पर वर्दीधारी रैंक के जिला कमांडेंट नियुक्त किया जाए।
प्रांतीय रक्षक दल पीआरडी विभाग को गृह विभाग से जोड़ा जाए और इस युवा कल्याण विभाग से अलग कर दिया जाए। पीआरडी जवानों को पूर्व की भांति वर्ष में दो सेट वर्दी उपलब्ध कराई जाए।
इस प्रदर्शन में अरविंद कुमार यादव, धीरज कुमार यादव, अमरेश चंद यादव, बद्री प्रसाद यादव, घनश्याम, राजकुमार, अजय कुमार, अनिल कुमार, सूर्यभान,राम सकल, विनय कुमार सिंह,कुलदीप सिंह, योगेश्वर,विनोद कुमार,राजकुमार सिंह, सुरेंद्र कुमार, सहित बहुत सी संख्या में महिला पीआरडी जवान प्रदर्शन में उपस्थिति रही।