अमित मिश्रा
दूसान कम्पनी के द्वारा श्रमिकों का भुगतान न करने पर किया प्रदर्शन
0 डीएम को पत्र देकर मजदूरों ने आवाज की बुलंद
सोनभद्र। कलेक्ट्रेट परिषद में भारतीय संविदा श्रमिक संगठन के पदाधिकारी द्वारा मंगलवार को विरोध प्रदर्शन करते हुए डीएम को पत्र देकर बुलंद की आवाज।
वही नागेन्द्र प्रताप चौहान महामंत्री ने बताया कि
दूसान कम्पनी के द्वारा श्रमिकों के 4 माह के मजदूरी का भुगतान ना करने व मांग करने पर ब्लैल-लिस्ट किये जाने के विरोध में पीड़ित श्रमिकों द्वारा धरना प्रदर्शन / क्रमिक अनशन एवं भूख हड़ताल करने को बाध्य होंगे।
वही उन्हों ने बताया कि, ओबरा सी परियोजना में दूसान कम्पनी के उप संविदाकारों / कम्पनीयों द्वारा अपने श्रमिकों को चार माह से वेतन का भुगतान नहीं किया गया है, बकाया मजदूरी के सन्दर्भ में ओबरा तापीय परियोजना एवं दूसान कम्पनी को लिखित शिकायत करने के पश्चात भी कम्पनी द्वारा श्रमिकों के बकाया मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया, जिसे लेकर श्रमिकों में भारी आक्रोश है, प्रायः ऐसा देखा जाता है कि, श्रमिकों से मजदूरी करा लेने के बाद दूसान कम्पनी उन श्रमिकों की मजदूरी का भुगतान कराने में विफल रहती है, श्रमिकों को अपने बकाया मजदूरी के भुगतान के लिए गेट-जाम धरना प्रदर्शन आदि करना पड़ता है जिसके कारण परियोजना निर्माण कार्य लंबित होता जा रहा है, श्रमिकों के भारी विरोद्ध प्रदर्शन के पश्चात् प्रशासनिक हस्तक्षेप के बाद भी कम्पनी द्वारा श्रमिकों के बकाया मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया, कम्पनी का यह कृत श्रम कानूनों का घोर उल्लंघन है, ओबरा तापीय परियोजना एवं दुसान कम्पनी द्वारा किये जा रहे श्रम कानून के उल्लंघन एवं मजदूरों के संवैधानिक अधिकारों के हनन के विरोध में श्रमिकों द्वारा तापीय परियोजना एवं दुसान कम्पनी को श्रमिकों के समस्त अदेय बकाया मजदूरी के भुगतान हेतु तीन दिन का समय देते हुए अपनी बकाया मजदूरी (एरियर सहित) की मांग करते है, तीन दिनों के पश्चात कम्पनियों द्वारा मजदूरी का भुगतान ना करने ब्लैक लिस्ट श्रमिकों को बहाल ना करने की दशा में श्रमिक अम्बेडकर चौराहा दूसान कम्पनी गेट के गेट पर अपने संवैधानिक और मौलिक अधिकारों की रक्षा हेतु धरना प्रदर्शन / क्रमिक अनशन एवं भूख हड़ताल पर बैठने के लिए बाध्य होंगे, जिसकी जिम्मेदार ओबरा तापीय प्रशासन एवं दुसान तापती होगी।