बद्री प्रसाद गौतम
सलखन सोनभद्र। जिस जमीन से निकले पत्थरों को पीस कर सीमेंट बना और सीमेंट से रिहंद बांध बना और यही विकास की गंगा का गोमुख बना लेकिन विडंबना है कि आज विकास का यह गोमुख विकास की एक एक बूंद के लिए तरस रहा है। जी हां हम बात कर रहे हैं विगत कई विधान सभा और आम चुनावों के आदर्श मतदान केंद्र के रूप में चयनित जय ज्योति इंटर कॉलेज गुरमा की और लोकतन्त्र के पनघट तक पहुंचाने वाले डगर की। बताते चलें कि विगत दशकों में जब यह आदर्श मतदान केन्द्र उत्तर प्रदेश सीमेंट निगम का राज्य स्तरीय इंटर कॉलेज था और बदलती परिस्थितियों में बदहाली के कगार पर पहुंच चुके सीमेंट निगम के स्थानीय कारखानों को वर्ष 2006- 07 में निजी क्षेत्र को बेंच दिया गया तो लोगो के मन में शिक्षा और रोजगार की आस जगी लेकिन स्थिति ढाक के तीन पात वाली ही बनी रही।
आज रोजगार की बात तो दूर जिन चुनावों से चुनकर जनप्रतिनिधि पद और गोपनीयता की शपथ लेते हैं उसके प्रति अपने कर्ज और कर्त्तव्य को भुलाने में क्षण भर का भी विलंब नहीं करते हैं। जिला कारागार मार्ग से महज 400 मीटर की दूरी पर स्थित यह आदर्श मतदान केंद्र का संपर्क मार्ग दशकों से अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है पूरी तरह से उखड़ चुके इस संपर्क मार्ग के निर्माण पर निर्वाचित जन प्रतिनिधि,लोक निर्माण विभाग और स्थानीय निकाय “तोर दुआर मोर दुआर” कह कर अपनी अनिवार्य जिम्मेदारी से बेशर्मी से पल्ला झाड़ते रहे हैं और इसका खामियाजा इस मार्ग से गुजरने वाले विद्यार्थियों और सम्मानित मतदाताओं को गिर गिर कर चोटिल होने के रूप में भुगतना पड़ रहा है।
आगामी आम चुनावों में फिर से यहीं मतदान होना है इसे देखते हुए स्थानीय जनता ने जनप्रतिनिधियों,स्थानीय निकाय और जिला प्रशासन से अविलंब संपर्क मार्ग के पुनर्निर्माण की मांग की है अन्यथा मतदान का बहिष्कार और आंदोलन की चेतावनी दी है।