बृजेश कुमार शर्मा
डाला (सोनभद्र)। जिले पत्थर खनन क्षेत्र में हादसों का सिलसिला रुकने का नाम नही ले रहा है बारिश के दिनों में खदानों से ओवर वर्डेन हटाने का काम किया जा रहा है जिसका खामियाजा रविवार शाम को हुए हादसे में पोकलेन ऑपरेटर और हेल्पर को जान गंवा कर चुकानी पड़ी। इन हादसों के बावजूद भी न तो जिला प्रशासन की कुम्भकर्णी तन्द्रा टूट रही है और न ही डीजीएमएस की। अब देखना होगा कि इस हादसे के बाद जिला प्रशासन और डीजीएमएस क्या रुख अपनाते है।इस घटना के बाद नियम विरुद्ध चल रही पत्थर खदानों पर कार्रवाई कर बन्द करने की मांग तेज हो गयी है।
बताते चले कि रविवार की शाम स्थानीय चौकी क्षेत्र के पत्थर खनन इलाके में लंगड़ा मोड़ पर स्थित ई टेंडरिंग खदान में ओवर वर्डेन मिट्टी हटाने के दौरान मिट्टी का मलवा पोकलेन मशीन के कैबिन पर गिर गया जिसमें ऑपरेटर और हेल्पर दब गया , जिन्हें रेस्क्यू करके घण्टो बाद मलवे से बाहर निकाला गया तो उनकी सांस थम चुकी थी। जिससे देखते ही मौके पर मौजूद परिजनों में कोहराम मच गया। यह घटना रविवार शाम साढ़े चार बजे करीब ओवर वर्डेन मिट्टी पोकलेन मशीन द्वारा हटाया जा रहा था उसी दौरान मिट्टी का मलवा अचानक से पोकलेन मशीन के कैबिन पर गिर गया जिससे कारण आपरेटर व खलासी मिट्टी से दब गए उसी दौरान तेज बारिश होने कारण राहत कार्य घंटों बंद रहा यह घटना आग तरह आसपास के क्षेत्रों में फैल गई जिससे कारण देखते देखते देखने वाले भिड़ लग गया
प्राप्त जानकारी के मुताबिक पोकलेन हेल्पर रविशंकर यादव पुत्र स्व सीताराम (22वर्ष) निवासी अम्माटोला और ऑपरेटर सतेन्द्र पुत्र महेश राम (34वर्ष) निवासी खेमपुर थाना कोन मलवे में दब गए जिन्हें घंटों रेस्क्यू ऑपरेशन बाद दोनों के शव को बाहर निकाला गया, जिसे देखते ही परिवार के लोग दहाड़े मार कर रो पड़े।
इस संबंध में क्षेत्राधिकारी नगर राजकुमार त्रिपाठी ने बताया कि मिट्टी का टीला धसकने से दो लोग दब गए थे दोनों का शव बाहर निकाल लिया गया है पुलिस शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है शेष जांच चल रही है।
इस घटना के बाद रेस्क्यू कार्य के दौरान मौके पर तहसीलदार ओबरा, चोपन थाना प्रभारी किरण कुमार सिंह व डाला चौकी प्रभारी मनोज कुमार ठाकुर मौजूद रहें।
