महंगाई, बेरोजगारी और जनहित के सवालों को लेकर जुलूस निकाला और प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
सोनभद्र। भाकपा और माकपा के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने झंडा बैनर के साथ वामदलों के राष्ट्रीय आहवान पर मंहगाई, बेरोजगारी और जनहित के सवालों को लेकर कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार से पैदल मार्च करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष पंहुच कर सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। जहां वक्ताओं ने कहा कि बे- रोक- टोंक और सरपट दौड़ती महंगाई के बोझ तले जनता बुरी तरह से पिसी जा रही है । करोड़ों की संख्या में लोग इससे त्रस्त है , जिनको भुखमरी का अभिशाप झेलते हुए गरीबी की खाई में धकेला जा रहा है । महंगाई का यह दौर चूंकि अभूतपूर्व रुप से बढ़ती बेरोजगारी के सिर पर सवार हो रहा है जिससे जनता के तकलीफों में कई गुना इजाफा हो गया है किसानों का यह उत्पाद गेहूं जो कि करोड़ों भारतीयों का प्रधान आहार है, जिस की कीमतों में 14% से अधिक का उछाल आया है जिसके कारण यह भी लोगों की पहुंच से परे होता चला जा रहा है, वहीं पेट्रोलियम उत्पादों पर कई तरह से टैक्स और सर चार्ज वसूले जा रहे हैं जिसकी वजह से आम आदमी के जीवन में रोजमर्रा की खाने-पीने व उपयोग की वस्तुएं और उनकी कीमतों में वृद्धि होती जा रही है ।
सरकार अपने चहेते उद्योग पतियों के हितों के लिए आम आदमी के उपर हर तरह से बोझ लाद रही है । सरकार की गलत नीतियों की वजह से देश में महंगाई और बेरोजगारी बढ़ती जा रही है हम कम इस पार्टी के लोग सरकार की जनविरोधी नीतियों का खुलकर के विरोध करते हैं और मांग करते हैं कि सरकार बढ़ती महंगाई पर तत्काल रोक लगाएं पेट्रोल डीजल और रसोई गैस के दामों में हो रहे वृद्धि पर रोक लगाएं। लोगों को रोजगार उपलब्ध कराएं,बेरोजगारी भत्ते की योजना के लिए केंद्रीय कानून बनाए।
वक्ताओं ने कहा दलितों महिलाओं अल्पसंख्यकों और अन्य कमजोर वर्गों पर हो रहे अत्याचार पर रोक लगाया जाए उत्तर प्रदेश में बुलडोजर वाद पुलिस राज पर अंकुश लगाया जाए और कानून राज कायम किया जाए । सोनभद्र में उच्च शिक्षा के लिए विश्वविद्यालय और बेहतर चिकित्सा के लिए एम्स जैसे संस्थानों की स्थापना कराई जाए। जनपद के खनन क्षेत्रों में अवैध रूप से चल रहे जेसीबी पोकलेन मशीनों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाते हुए मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराया जाए और मजदूरों को श्रम कानून का पूरा लाभ दिलाया जाए सोनभद्र के आदिवासियों पर चर्चा करते हुए पार्टी के नेताओं ने कहा कि यहां आदिवासी मान्यता अधिकार और वनाधिकार कानून का मुस्तैदी से पालन कराते हुए यहां के आदिवासियों और गरीबों को उसका पूरा लाभ दिलाया जाए।
इसके साथ ही शहरी क्षेत्रों के लिए रोजगार गारंटी योजना कानून बनाने की मांग कम्युनिस्ट कार्यकर्ताओं ने किया और कहा कि सभी रिक्त पदों पर भर्ती सुनिश्चित कराया जाए सभी गैर आयकर दाताओं को 75 सौ रुपए प्रतिमाह के हिसाब से डायरेक्ट कैश ट्रांसफर प्रदान किया जाए ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के आवंटन में वृद्धि किया जाए दाल व खाद्य तेल सहित सभी आवश्यक वस्तुओं का वितरण सुनिश्चित करते हुए राशन व्यवस्था को मजबूत किया जाए।
कार्यक्रम का नेतृत्व संयुक्त रूप से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव कामरेड आर के शर्मा और माकपा के जिला सचिव कामरेड नन्द लाल आर्या ने किया ।
धरना प्रदर्शन के दौरान राष्ट्रपति व राज्यपाल के नामित तेरह सूत्रीय मांग पत्र जिला प्रशासन को सौंपा गया ।
इस अवसर पर अमर नाथ सूर्य, बसावन गुप्ता, हृदय नारायण गुप्ता, बंधू सिंह गोंड, राजेन्द्र सिंह गोंड, प्रेम नाथ, हनुमान प्रसाद, छवि नाथ सिंह व कामरेड पुरुषोत्तम आदि प्रमुख कम्युनिस्ट नेता मौजूद रहे ।
