हिन्डाल्को अस्पताल से चार मजदूरों को ट्रामा सेन्टर किया गया रेफर
म्योरपुर(सोनभद्र)। चोपन और गढ़वा रेल खण्ड के बीच रेलवे लाइन के दोहरीकरण का कार्य चल रहा है जहाँ रनटोला रेलवे स्टेशन के पास पुलिया निर्माण का काम चल रहा था। इस निर्माण के लिए शटरिंग और सरिया का जाल बिछाया गया है जो सोमवार रात ढह गया , जिसमे नौ मजदूर घायल हो गए। वही इस घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई।
पूर्व-मध्य रेलवे के चोपन गढ़वा रेलखंड पर चल रहे रेलवे लाइन दोहरीकरण कार्य में कई जगह मानकों की अनदेखी की आ रही शिकायतों के बीच सोमवार की रात को एक बड़ा हादसा हो गया। स्थानीय थाना क्षेत्र के रनटोला रेलवे स्टेशन के पूर्वी हिस्से में स्थित पुल संख्या- 35 के निर्माण के लिए की गई शटरिंग और उस पर बिछाई गई सरिया अचानक ढह गई। इस हादसे में नाईट शिफ्ट में काम कर रहे नौ श्रमिक घायल हो गए। आनन-फानन सभी घायल मजदूरों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां से चार मजदूरों को बेहतर इलाज के लिए हिन्डाल्को के चिकित्सको ने ट्रामा सेन्टर वाराणसी के लिए रेफर कर दिया।
चोपन और गढ़वा रेलखंड के बीच रेलवे लाइन के दोहरीकरण का काम चल रहा है। इसी कड़ी में रनटोला रेलवे स्टेशन के पास पुलिया निर्माण का काम चल रहा था। निर्माण के लिए शटरिंग के बाद उसके ऊपर सरिया का जाल बिछाया गया। यही सोमवार रात ढह गया। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में सभी घायल मजदूरों को रेणुकूट स्थित अस्पताल ले जाया गया। यहां उमेश (24 वर्ष), मुन्नालाल (22 वर्ष), अक्षय (26 वर्ष) और सोनू (22 वर्ष) की हालत गंभीर देखते हुए उसे प्राथमिक उपचार के बाद वाराणसी के बीएचयू मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया। जबकि, इसी हादसे में घायल उमेश पाल, राज कुमार, आनंद, रोशन और श्याम किशोर को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
वही इस घटना के सम्बंध में म्योरपुर थाना अध्यक्ष अश्वनी कुमार त्रिपाठी ने बताया कि वह घटना के संबंध में रनटोला रेलवे स्टेशन मास्टर से संपर्क में हैं हालांकि ये बताया जा रहा है कि जिन मजदूरों को वाराणसी रेफर किया गया है, उनकी हालत अब खतरे से बाहर है। ग्रामीणों ने निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी का आरोप लगाया। ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व में कार्य के दौरान हुए हादसे में एक युवक की मौत हो चुकी थी। बावजूद सुरक्षा को लेकर लापरवाही बरती गई। मृतक के परिवार को अब तक कोई मुआवजा नहीं मिला है। ग्रामीणों का आरोप, हो रही मानकों की अनदेखी ग्रामीणों के कहना है, कि रेलवे लाइन दोहरीकरण के कार्य का ठेका लेने वाली कंपनी पेटी कांट्रेक्टर के जरिए निर्माण कार्य करवा रहे हैं। पेटी कांट्रेक्टर लगातार लापरवाही बरतते रहे हैं। इस संबंध में, प्रधान दिनेश जायसवाल ने भी घटना को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, कि कंपनी लगातार मजदूरों के शोषण और उनके सुरक्षा से खिलवाड़ कर रही है। निर्माण कार्यों में भी लगातार मानकों की अनदेखी हो रही है।
