फाइलेरिया मुक्ति अभियान को सफल बनाने को लेकर सभी विभाग आपस में समन्वय बनाकर करें कार्य- जिलाधिकारी
22 नवम्बर से शुरू हो रहा है फाइलेरिया मुक्ति अभियान
सोनभद्र। फाइलेरिया मुक्ति अभियान की तैयारियों को लेकर आज जिलाधिकारी टी0के0 शिबु की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में एक बैठक की गयी। बैठक में जिलाधिकारी ने फाइलेरिया मुक्ति अभियान को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा की गयी तैयारियों के सम्बन्ध में बिन्दुवार समीक्षा किया। जिसके सम्बन्ध में जिला मलेरिया अधिकारी धमेन्द्र नारायण श्रीवास्तव ने बताया कि फाइलेरिया मुक्ति अभियान को सफल बनाने हेतु जनपद में 1727 टीमों का गठन किया गया है और कार्यों के निरीक्षण हेतु 342 सुपरवाइजर तैनात किये गये हैं और इसको सफल बनाने हेतु एनजीओ से भी सहायता ली जायेगी। इसके साथ ही जिला स्तर पर भी टीम का गठन किया गया है, जिसमें एसीएमओ, मलेरिया इन्स्पेक्टर, चिकित्सा अधीक्षक के नेतृत्व में भी टीमों का गठन किया गया है। जनपद में लगभग 18 लाख 38 हजार लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलायी जायेगी।
जिलाधिकारी ने बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि फाइलेरिया मुक्ति अभियान जो 22 नवम्बर को प्रांरभ हो रहा है, इसमें दवा वितरण के दौरान घर-घर जाकर लोगों को अपने सामने ही दवा खिलायी जाये। लोगों को यह बताया जाय कि फाइलेरिया बीमारी मच्छर से काटने वाली एक संक्रामक रोग है, व्यक्ति किसी भी उम्र में फाइलेरिया बीमारी से संक्रमित हो सकता है। फाइलेरिया के लक्षण हाथ और पैर में सूजन हाथी पांव होना है। एमडीए के दौरान सरकार द्वारा मुक्त में दी जाने वाली फाइलेरिया रोधी दवा का प्रयोग नागरिकगण अवश्व करें। इस दवा के प्रयोग से फाइलेरिया के परजीवों को मार देती है और आपको हाथी पाव जैसी बीमारी से बचने में मदद करती है। यह दवा पेट के अन्य खतरनाक कीटों को भी खत्म कर देती है। यह दो साल से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं, गंभीर रोग से पीड़ित लोगों को छोड़कर सभी को दी जानी है।

जिलाधिकारी ने इस दौरान जिला पंचायत राज अधिकारी एवं नगर पालिका के ईओ तथा नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह इस अभियान के दौरान जल भराव वाले स्थानों पर एन्टीलार्वा दवा का छिड़काव करायें, जल भराव वाले स्थान पर ही फाइलेरिया वाले मच्छरों का जन्म होता है। सभी विभाग फाइलेरिया मुक्ति अभियान से सम्बन्धित सभी विभाग आपस में समन्वय बनाकर इस अभियान को सफल बनायें। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि फाइलेरिया मुक्ति अभियान जो जनपद में 22 नवम्बर से प्रारंभ होगा। इस अभियान के अन्तर्गत जिन टीमों का गठन किया गया है, वह घर-घर जाकर लोगों को फाइलेरिया की दवा मौजूदगी में खिलायेंगें। जनपद में कोई भी व्यक्ति इस अभियान के अन्तर्गत फाइलेरिया की दवा से वंचित न रहें।
बैठक में एसीएमओ डाॅ0 आरजी यादव, डाॅ0 प्रेमनाथ, जिला कार्यक्रम अधिकारी अजीत सिंह, डीसी एनआरएलएम एके जौहरी सहित अन्य सम्बन्धितगण उपस्थित रहें।
