दीपक केसरवानी
सोनभद्र। चित्रगुप्त जयंती के अवसर पर जनपद मुख्यालय रॉबर्ट्सगंज में स्थित चित्रगुप्त मन्दिर में पूजा का आयोजन किया गया। इसी के अंतर्गत सोनभद्र जनपद के हैनीमैन कहे जाने वाले होम्योपैथ चिकित्सक, समाजसेवी डॉक्टर जयराम लाल श्रीवास्तव के आवास जय निवास पर चित्रगुप्त जयंती का आयोजन बड़ी हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर उपस्थित होम्योपैथ चिकित्सक डॉक्टर कुसमाकर श्रीवास्तव, दिवाकर श्रीवास्तव, प्रभाकर श्रीवास्तव, साधना श्रीवास्तव, विनीता श्रीवास्तव लक्ष्मी, श्रीवास्तव शुभम श्रीवास्तव, कुसंग श्रीवास्तव, डॉक्टर कृति, श्रीवास्तव, पंखुड़ी प्रभाकर, नितिशा श्रीवास्तव, दिव्यांशी श्रीवास्तव, समर्थ श्रीवास्तव सहित अन्य सजातीय बंधुओं, स्त्रियों, पुरुषों, बच्चों ने भाग लिया और भगवान चित्रगुप्त के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर पूजा, पाठ, हवन इत्यादि का कार्यक्रम आयोजित हुआ।

लोक मान्यताओं के अनुसार कायस्थ बंधु दीपावली के दिन अपनी कलम का प्रयोग बंद कर देते हैं और दीपावली के लगभग 24 घंटे बाद यमराज के लेखाकार चित्रगुप्त की पूजा अर्चना करते हैं इसके साथ-साथ कलम दवात की पूजा करते हुए लेखन कार्य करते हैं।
जानकारी के अनुसार सोनभद्र नगर में चित्रगुप्त पूजा का आरंभ डॉ० जयराम लाल श्रीवास्तव, राजा शारदा महेश इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य रूद्र प्रसाद श्रीवास्तव, ललित मोहन श्रीवास्तव सहित अन्य कायस्थ बंधुओं ने मिलकर चित्रगुप्त पूजा का आरंभ किया था, तब से यह पूजा अनवरत रूप से चला आ रहा है, इस पूजा में कायस्थ बंधुओं के अलावा अन्य जाति, समुदाय के लोग शामिल हुए और भगवान चित्रगुप्त की पूजा, अर्चना, आरती इत्यादि में श्रद्धा पूर्वक भाग लिया।

चित्रगुप्त पृथ्वी वासियों के अच्छे बुरे कर्मों का हिसाब रखने वाले हैं और मृत्यु के पश्चात उनके लेखनी अनुसार ही पृथ्वी वासियों का परलोक तय होता है और वही स्वर्ग और नर्क का निर्णय लेते हैं, चित्रगुप्त जयंती के अवसर पर लोगों ने एक दूसरे से मिलकर शुभकामनाएं दी और और लोक कल्याण सुख समृद्धि खुशहाली के लिए भगवान चित्रगुप्त से प्रार्थना किया।
