सोनभद्र। बैद्यनाथ आयुर्वेद भवन एवं कनोडिया औषधालय के संयुक्त तत्वाधान धन्वंतरी जयंती का आयोजन हुआ।
कार्यक्रम विंध्य संस्कृति सोसायटी उत्तर प्रदेश ट्रस्ट के निदेशक वरिष्ठ साहित्यकार दीपक कुमार केसरवानी को वैद्यनाथ कंपनी के सेल्स मैनेजर रितेश जयसवाल, कनोडिया औषधालय के संचालक/ समाजसेवी पंकज कनोडिया द्वारा उपहार एवं धनवंतरी जी का स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया।
विंध्य संस्कृति शोध समिति उत्तर प्रदेश ट्रस्ट के निदेशक/वरिष्ठ साहित्यकार दीपक कुमार केसरवानी ने अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि-धनतेरस आदिकाल से धनतेरस धन्वंतरी जयंती के रूप में मनाया जाता रहा है समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वंतरी कलश में अमृत लेकर प्रकट हुए थे और यह देवताओं के वैद्य थे।
धन्वंतरी जयंती (धनतेरस) आदिकाल से अमृत महोत्सव के रूप में मनाया जाता रहा है।आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों में मानव जीवन के रक्षण का मंत्र छिपा हुआ है और आदि काल से लेकर आज तक यह चिकित्सा पद्धति भारतीयों के इलाज का मुख्य साधन रहा है, वर्तमान समय में यह पूरे विश्व में प्रचलित है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि-” भारत की प्राचीन आयुर्वेद पद्धति को संरक्षण, संवर्धन, विकास के लिए भारत सरकार द्वारा धनवंतरी जयंती को पूर्व मे आयुर्वेद दिवस के रूप में घोषित किया जा चुका हैऔर पूरा देश धन्वंतरी जयंती को आयुर्वेद दिवस के रूप में मनाता आ रहा है।
कार्यक्रम मे बैद्यनाथ आयुर्वेद भवन के इन्द्र कुमार दूबे, गोपाल दत तिषाठी, वैघ सत्य नारायण मिश्रा सहित सुयश कानोडिया, विनोद झुननुझन वाला, नरेन्द्र झुनझन वाला, मनोज अग्रवाल, संजय जैन, गो२व जैन, अनिल सिंह, संस्कार, रविन्द्र सिंह, बालेश्वर सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन समाजसेवी विमल अग्रवाल ने किया।
