वरिष्ठ अधिवक्ता से तहसीलदार ने किया था बदसलूकी
सोनभद्र। ओबरा तहसील में एक अधिवक्ता से तहसीलदार द्वारा दुर्व्यवहार से नाराज होकर अधिवक्ता धरने पर बैठ गए है। ओबरा तहसील भवन में धरने पर बैठे अधिवक्ताओं ने जमकर नारेबाजी करते हुए कार्य बहिष्कार कर तहसीलदार को हटाने तक धरने पर बैठे रहने की बात कही है। अधिवक्ताओं ने डीएम चंद्र विजय सिंह को इस मामले का ज्ञापन भी सौपा है। इस दौरान दूर दराज से तहसील में आये लोग परेशान दिखे और आरोप लगाया कि आये दिन तहसील में हड़ताल होती रहती है जिसके वजह से कोई 60 किमी से तो कोई 40 किमी दूर से आये लोगो की समस्याएं जस जी तस रह जाती है।
बता दें कि ओबरा तहसील में विगत 3 नवंबर को तहसीलदार अंजनी गुप्ता द्वारा उप जिलाधिकारी ओबरा के चेंबर में वरिष्ठ अधिवक्ता राम भजन मिश्रा व तहसीलदार के बीच किसी बात को लेकर तीखी बहस हो गया। जिसके बाद अधिवक्ताओं ने मांगी मांगने की मांग करते हुए तहसीलदार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। अधिवक्ताओं का आरोप है कि तहसीलदार लगातार अधिवक्ताओं के साथ दुर्व्यवहार करते रहते है रात रात भर तहसील भवन खोलकर खननकर्ताओं व भू माफियाओं की फाइल फाइनल करते रहते है। इस बात का जब विरोध किया जाता है तो अधिवक्ताओं के साथ दुर्व्यवहार करते है।
अधिवक्ताओं का आरोप है कि तहसील भ्र्ष्टाचार का अड्डा बन गया है। वकील राम भजन मिश्रा की उम्र 70 वर्ष है उनके साथ अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए घोर अपमान किया गया। जिससे आक्रोशित अधिवक्ताओं ने तहसीलदार ओबरा से उनके द्वारा किए गए कृत्य पर माफी की मांग करते हुए ओबरा तहसील परिसर में उपस्थित सभी न्यायालयों में कार्य बहिष्कार किया गया है। तथा दिनांक 4 -11- 2023 को अधिवक्ताओं द्वारा सात बिंदुओं पर जिला अधिकारी सोनभद्र को ज्ञापन भी सौपा गया, परंतु प्रशासन के निरंकुश और तानाशाहीपूर्ण अड़ियल रवैये तथा ओबरा तहसील में व्याप्त भ्रष्टाचार को देखते हुए आक्रोशित अधिवक्ता गण ने अध्यक्ष सोनाचल बार एसोसिएशन कपूरचंद पांडे महामंत्री दिनेश दुबे के नेतृत्व में आज दिनांक 8-11-2023 को धरने की शुरुआत किया। वही पूर्व महामंत्री अनिल मिश्रा उमेश शुक्ला अनिल चौधरी चंद्र प्रकाश शुक्ला प्रभास पांडे आनंद श्रीवास्तव विनय कनौजिया मुकेश तिवारी हरेंद्र सिंह राजेश गौतम पंकज राव धरनेपर बैठे ।
वही इस मामले में ओबरा एसडीएम प्रेम लाल मौर्या ने बताया कि किसी मामले को लेकर तहसीलदार व एक वरिष्ठ अधिवक्ता के बीच कुछ कहासुनी हो गयी जिसके बाद मेरे संज्ञान में बात आई हमने दोनों के बीच आपसी समझौता करवा दिया तहसीलदार अंजनी गुप्ता ने माफी भी मांगी पर वकीलों का गुस्सा शांत नहीं हो सका । जिसके बाद अधिवक्ताओं द्वारा डीएम को ज्ञापन सौपा गया । फिर से तहसीलदार ने खेद व्यक्त किया और काम काज को सुचारू रूप से चलने देने का आग्रह मेरे द्वारा किया गया पर अधिवक्ता आज से धरने पर बैठ गए हैं। कि दो दिनों में लोगो को समझा लिया जाएगा।
वही एक मुकदमे में अपने केश की पैरवी करने पहुंचे मनोज कुमार ने बताया की हम लोग 80 से 90 किमी दूर से आते है आए दिन हड़ताल होने की वजह से हम लोगो को वापस जाना पड़ता है। आधिकारी काम करना चाहते है पर राजनीति की वजह से इस तरह आम जनता परेशान होती है।
